आने वाले सालों में ट्रेन से बहुत कम समय में दिल्ली से लखनऊ, वाराणसी, पटना या कोलकाता जाया जा सकेगा। इन रूटों पर 250-300 किलोमीटर की रफ्तार से बुलेट ट्रेन चलाने का सपना साकार होने वाला है।
नई दिल्ली। आने वाले सालों में ट्रेन से बहुत कम समय में दिल्ली से लखनऊ, वाराणसी, पटना या कोलकाता जाया जा सकेगा। इन रूटों पर 250-300 किलोमीटर की रफ्तार से बुलेट ट्रेन चलाने का सपना साकार होने वाला है। बुलेट ट्रेन की यात्रा के समय को कम करने के लिए रेलवे स्वर्णिम चतुर्भुज नेटवर्क पर व्यवहार्यता परीक्षण कर रहा है। भारतीय रेलवे के प्रवक्ता अनिल सक्सेना ने बताया कि स्पेन की कंपनी इनको-टिप्सा-आइसीटी ने इस परियोजना की ड्राफ्ट रिपोर्ट रेलवे बोर्ड को सौंप दी है। रेलवे के विभिन्न डिविजन इस संबंध में अब अध्ययन करके अपने इनपुट देंगे। उनके तथ्यों को तीनों कंपनियों की ड्राफ्ट रिपोर्ट में शामिल कर लिया जाएगा। इस प्रोजेक्ट को पूरा होने में 13 साल का समय लगेगा और इसमें 1.21 लाख करोड़ की लागत आएगी।
दिल्ली से वाराणसी दो घंटे 37 मिनट में
इस रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली से वाराणसी की दूरी दो घंटे 37 मिनट में तय की जा सकेगी। साथ ही दिल्ली से लखनऊ की दूरी एक घंटे 38 मिनट या 98 मिनट में तय की जा सकेगी। ड्राफ्ट रिपोर्ट के अनुसार 13 वर्षो में पूरी होने वाली परियोजना के पहले चरण में दिल्ली-वाराणसी 720 किलोमीटर लंबे रूट का निर्माण होगा और इसे पूरा होने में आठ साल लगेंगे। इस पर 52,680 करोड़ की लागत आएगी। दूसरा चरण वाराणसी-पटना का होगा। लगभग 228 किलोमीटर के रूट के निर्माण में दो साल लगेंगे और तकरीबन 22 हजार करोड़ की लागत आएगी। बुलेट ट्रेन इस दूरी को मात्र 54 मिनट में पूरा कर लेगी।
सबसे तेज चलने वाली ट्रेनों का हाल
स्वर्ण शताब्दी को नई दिल्ली से लखनऊ पहुंचने में साढ़े छह घंटे
जबकि, बनारस पहुंचने में राजधानी सुपर फास्ट को 9 घंटे और पटना पहुंचने में 12 घंटे लगते हैं। दिल्ली से कोलकाता दुरंतो 17 घंटे में पहुंचाती है।
हाईस्पीड ट्रेन का किराया 4.5 रुपए प्रति किमी होगा
इस हाईस्पीड ट्रेन का किराया 4.5 रुपए प्रति किमी आंका गया है। दिल्ली से लखनऊ का किराया 1980 रुपए, दिल्ली से वाराणसी का 3240 रुपए और दिल्ली से कोलकाता का किराया 6636 रुपए होगा।