आपको बता दें कि इसके पहले सरकार ने जाकिर नाइक के एनजीओ पर विदेश से चंदा लेने पर रोक लगाई गई थी। नाईक अपने एनजीओ के लिए मिलने वाली सहायता राशि का इस्तेमाल युवाओं को कट्टरपंथ बनाने और उन्हें आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होने के लिए भड़काता हैं।
गौरतलब है कि जाकिर नाइक की संस्था इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन उस वक्त घेरे में आ गई थी जब बांग्लादेश में हुए आतंकी हमले के दौरान आतंकी ने जाकिर नाइक के भाषणों का हवाला दिया था। इसके बाद से ही भारत में उन पर जांच होना शुरु हो गई थी।