समारोह में झंडा रोहण के लाभार्थी छगनलाल धनोप्या परिवार बिजौलिया रहे । निर्माणाधीन मंदिर में विराजमान की जाने वाली भगवान आदिनाथ की मूर्ति जयपुर के प्रसिद्ध मूर्तिकारों द्वारा बनाई गई है। मंदिर में श्रीजी विराजमान कर्ता नेमीचंद बधेरवाल परिवार भीलवाड़ा ने भी शोभायात्रा के साथ नगर भ्रमण किया गया । नगर में आयोजित दो दिवसीय कार्यक्रम में समाजजनों द्वारा कई धार्मिक आयोजन विधि विधान से किए गए। जिसमें मनोहरलाल लुहाडियां परिवार बिजौलिया द्वारा मंच का उद््घाटन किया गया। मंगल कलश स्थापना रमेशचन्द्र धनोप्या, गुलाब चंद, फुलचंद लुहाडियां, राजेश कुमार पटवारी, प्रकाश चंद सेठिया, चांदमल बज, कैलाश चंद धनोप्या, महावीर कुमार बज, बिजौलिया जम्बू कुमार धनोप्या रावतभाटा, अनिल ठोला रावतभाटा, पुष्प चंद अशोक कुमार कमल कुमार खटोड़ परिवार सिंगोली मंगल कलश की स्थापना के लाभार्थी रहे । कार्यक्रम के दौरान जिनवाणी स्थापना करने के लाभार्थी चितरंजन हरसौरा, शौभागमल सेठिया रावतभाटा, ज्ञानचंद सेठिया, छीतरमल सेठिया, राजेंद्र कुमार ठग, पारस कुमार ठग, महावीर कुमार पटवारी, जम्बू कुमार धनोप्या बिजौलिया, सूरजमल मोहिवाल सिंगोली सभी सपरिवार लाभार्थी रहे।
जानकारी देते हुए ट्रस्ट के सूरजमल ठोला, हरकचंद मोहिवाल, बसंत ठोला, एंव पुष्पचंद धानोत्या ने बताया कि 12 अक्टूबर रात्रि 7 बजे से भक्तों ने जमकर जिनेन्द्र भक्ति की एवं उसके बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन हुआ। 13 अक्टूबर को सुबह 11 बजे स्थानीय पेट्रोल पंप से हर्षोल्लास के साथ भगवान की भव्य शोभायात्रा नगर में भ्रमण करते हुए निर्माणाधीन मंदिर परिसर पर पहुंची। ध्वजारोहण के साथ ही शिलान्यास सभा का आयोजन हुआ। मान स्तंभ शिलान्यास कार्यक्रम प्रसिद्ध विधिकार बाल ब्रह्मचारी जतीश भाई शास्त्री प्रतिष्ठाचार्य दिल्ली एवं तेज कुमार गंगवाल इंदौर सहित कई विधिकारों ने शिलान्यास कर्ता विमल कुमार कुसुम देवी जैन परिवार निरू केमिकल्स दिल्ली के हाथों मान शिलान्यास को मंत्रोचार के साथ सम्पन्न करवाया ।