पिछले एक सप्ताह में अवैधानिक रूप से रेत व गिट्टी परिवहन करने पर कार्रवाई की गई। करीब एक दर्जन से अधिक वाहन जब्त किए गए। शनिवार को भी अवैध परिवहन करते डम्पर जब्त किए गए। बावजूद इसके अवैध परिवहन पर रोक नहीं लग सकी है। अलसुबह से ही अवैधानिक रूप से दर्जनों भारी वाहनों का जिले में प्रवेश शुरू हो जाता है। रेत व गिट्टी के अवैध कारोबार में लगे लोगों के सामने प्रशासनिक अधिकारी बेबस नजर आ रहे हैं।
जिले में राजस्थान से बड़ी मात्रा में रेत का अवैधानिक रूप से परिवहन होता है। भीलवाड़ा राजस्थान स्थित बनास नदी से ही जिले में रेत आती है। पिछले साल के प्रारंभ में सुप्रीम कोर्ट के एक आदेश के बाद पर्यावरण को हो रहे नुकसान को ध्यान में रखते हुए राजस्थान में रेत खनन पर रोक लगा दी गई थी। बावजूद इसके नीमच जिले में राजस्थान से अवैधानिक रूप से रेत का परिवहन हो रहा था। यह बात अलग है कि इस समयावधि में रेत के दाम असमान पर पहुंच गए थे। रेत खनन की अनुमति मिलने के बाद राजस्थान से जिले में रेत से भरे डम्परों का अवैधानिक प्रवेश काफी बढ़ गया था। पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव के बाद राजस्थान और मध्यप्रदेश में सत्ता परिवर्तन हुआ। इसका लाभ उठाते हुए अब अवैधानिक रूप से रेत परिवहन करने वालों की संख्या अचानक बढ़ गई। नए खिलाड़ी भी मैदान में उतर आए हैं। खनिज विभाग की टीम ने शनिवार को कुकड़ेश्वर और नयागांव क्षेत्र में अवैधानिक रूप से हो रहे रेत व गिट्टी परिवहन पर कार्रवाई की। इस दौरान विभाग की टीम ने रेती से ओवरलोड भरा ट्राला व ४ डम्पर पकड़े जब्त किए। विभाग ने ट्राला नंबर आरजे 27 जीसी 0568, डम्पर क्रमांक एमपी 44 एचए 0516, एमपी 44जीए 1373, आरजे 09 जीए 7456 और एमपी 44 जीए 1455 को गौण खनिज नियमावली के तहत जब्त किया है। बताया गया कि जब्त वाहनों पर ढ़ाई से तीन लाख रुपए तक की पेनल्टी लगेगी।
पिछले कुछ महीनों से नीमच जिले से काली गिट्टी अवैधानिक रूप से राजस्थान भेजी जा रही है। इस संबंध में जानकार बताते हैं कि काली गिट्टे के व्यवसाय में लगे लोग दोनों राज्यों में सत्ता परिवर्तन के बाद एकदम से सक्रिय हुए हैं। नीमच जिले से बड़ी संख्या में काली गिट्टी से भरे वाहन राजस्थान भेजे जा रहे हैं। चौकाने वाली बात यह है कि इस बारे में खनिज विभाग के आला अधिकारियों को भी जानकारी है, लेकिन इक्का दुक्का वाहनों पर ही कार्रवाई की जा रही है। अब सुबह 5 से 8 बजे के बीच ग्रामीण क्षेत्रों से अवैध परिवहन हो रहा है। कलेक्टर से लेकर खनिज विभाग के आला अधिकारियों को कई बार शिकायत की जा चुकी है, लेकिन अब तक अवैध परिवहन रोक नहीं लगी है। अब एक डम्पर में 28 टन तक रेत भरने की वैधानिक अनुमति है, लेकिन अवैधानिक रूप से 33 से 35 टन तक रेत भरी जा रही है। अवैध परिवहन से सड़के तो क्षतिग्रस्त हो ही रही हैं। हादसों की आशंका भी बनी रहती है। इस पर अब तक रोक नहीं लग सकी है, जबकि अवैधानिक रूप से प्रतिदिन दर्जनों वाहन जिला मुख्यालय से होकर गुजरते हैं।
मेरी जानकारी में अवैध रेत व गिट्टी परिवहन की बात आई है। इस पर जल्द से जल्द कार्रवाई कराई जाएगी।
– राजीव रंजन मीना, कलेक्टर