जिले की हाईवे तस्वीर कुछ और ही दिखती नजर आ रही है। राजस्थान की ओर से भारी मात्रा में एमपी राज्य बोर्डर पर पैदल मजदूर आ रहे है। राजस्थान से बसे उन्हें बार्डर पर छोड़कर जा रही है। नतीजन इतने मजदूरों का एकाएक प्रबंध जिला प्रशासन को करना भी किसी बड़ी मुसीबत से कम नही ंहै। सैकड़ों की तादाद में मजदूर राजस्थान की और से नयागांव की तरफ पैदल आ रहे है। जिनके खाने पानी की व्यवस्था में प्रशासन जुट गया है। वहीं उन्हें आईसोलेट भी किया जा रहा है। जिससे कोई संक्रमित न रहे। अभी तक 65 बसों से करीब 4500 निराश्रित मजदूरों को जिला प्रशासन उनके गृह जिला भेज चुका है। लेकिन सोमवार को फिर भारी भीड़ मजदूरों की नयागांव बॉर्डर मिली है। करीब १४०० मजदूर को वहां रोका गया और उनके भोजन पानी की व्यवस्था की गई है। वहीं इनके बारे में जिला कलेक्टर जितेंद्र सिंह राजे को अवगत कराया गया है। सभी मजदूरों को सेनेट्राइज और स्क्रीनिंग जांच कर उनके गृह जिले बसों से भेजने के व्यवस्था की गई है। खासकर रतलाम, झाबुआ, शाजापुर, बांसवाड़ा के भील-मामा मजदूर की बड़ी संख्याहै।
आवाजाही पर बिल्कुल प्रतिबंध, बॉर्डर सीज
बाहर से आने वाले और बाहर जाने वालों की आवाजाही पर बिल्कुल प्रतिबंध लगा दिया गया है। निजी वाहनों की सभी अनुमति निरस्त कर दी गई है। राजस्थान की ओर से भारी मात्रा में निराश्रित मजदूर आ रहे है। सोमवार को भी करीब १४०० मजदूर आए है। उनके खाने पीने की व्यवस्था की गई है। वहीं सेनेट्राइज और जांच कर उन्हें कलेक्टर के आदेशानुसार गृह जिला भेजा जा रहा है।
– राजीव कुमार मिश्रा, एएसपी नीमच।