श्यामा प्रसाद मुखर्जी एवं पंडित दीनदयाल उपाध्याय मंडल द्वारा सोमवार को भाजपा के पितृ पुरूष पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित दीनदयाल उपाध्याय की पुण्यतिथि मनाई गई। इस अवसर पर अतिथियों एवं कार्यकर्ताओं ने उपाध्याय के चित्र पर माल्यार्पण कर पुष्पांजलि अर्पित की। भाजपा जिला कार्यालय तपोभूमि पर विधायक दिलीपसिंह परिहार, जिला पंचायत अध्यक्ष अवंतिका जाट, नपाध्यक्ष राकेश जैन के आतिथ्य में कार्यक्रम आयोजित हुआ। विधायक परिहार ने पंडित उपाध्याय के जीवन चरित्र पर प्रकाश डाला डालते हुए कहा कि पंडित उपाध्याय के माता-पिता का स्वर्गवास बाल्यावस्था में ही हो गया था। नाना के यहां उनकी परवरिश हुई। उन्होंने मेधावी छात्र के रूप में हर परीक्षा अव्वल नंबरों से पास की। छात्र जीवन के बाद उनका सम्पर्क राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के नानाजी देशमुख से हुआ और प्रचारक बने। साथ ही उन्होंने अनेक पुस्तकें लिखीं। उनकी कुशलता एवं संगठनात्मक शक्ति से वर्ष 1967 में राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में मार्गदर्शन दिया। एकात्म मानववाद के सिद्धांतों का दर्शन कराया। कुछ समय पश्चात 11 फरवरी 1968 को उनका मृत शरीर मुगलसराय के रेलवे यार्ड में मिला। उनकी रहस्यमई मृत्यु से आज तक पर्दा नहीं उठ सका है। परिहार ने कहा किए उनके काम को आगे बढ़ाने के लिए तन, मन, धन से समर्पण निधि एकत्रित कर समर्थन करना ही उनके काम को आगे बढ़ाना है। परिहार ने बताया कि मंगलवार दोपहर 12 बजे राष्ट्रीय अध्यक्ष दिल्ली में भाजपा कमल निशान विजय पताका फहराएंगे। सभी भाजपा कार्यकर्ता भी अपने-अपने घरों पर झंडा लगाएंगे। इस अवसर पर महेंद्र भटनागर, संतोष चोपड़ा, वीरेंद्र पाटीदार, राकेश भारद्वाज, हेमलता धाकड़, आदित्य मालू, लक्ष्मीनारायण विश्वकर्मा, मीनू लालवानी, आनन्द लोधा सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे। संचालन विजय बाफना ने किया। आभार सुनील कटारिया ने माना।