नीमच सिटी इंदौर से आई सोनल शर्मा ने बताया कि इंदौर डेमों में भी हाल जबरदस्त है। गाड़ी फुल चल रही है। ट्रेन में बैठने के लिए जगह नहीं है, वह खड़े होकर यात्रा करके आए हैं। हालात यह है कि महिला बोगी में भी पुरूष सवार होकर जा रहे है, लेकिन रेलवे पुलिसकर्मी वहां पहुंचकर उन्हें नहीं उतार रहा है। जिससे महिलाओं को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ट्रनों की हालत यह है कि नो रूम आ रहा है। वहीं लंबी दूरी की ट्रेनों में ६० के पार वेटिंग जा रही है।
रेलवे स्टेशन में लुट रहे यात्री
रेलवे स्टेशन में यात्रियों की भीड़ व बारिश देख ऑटो चालकों की चांदी है। ऑटो चालक यात्रियों से मनमाना किराया वसूल रहे हैं। स्थित यह है कि ऑटो चालक सवारी के बजाय अस्सी से सौ रुपए में ऑटो बुक करने पर ही जाने को तैयार हो रहे है। रक्षाबंध त्योहार के चलते ऑटो कम होने के कारण यात्रियों ने ऑटो चालकों की मांग के अनुसार किराया अदा हो रहा है।
बसों में यात्रियों की भीड़
रक्षाबंध त्योहार के चलते बसों में भी यात्रियों की भीड़ है स्थित यह बनी कि सभी बसें यात्रियों से ठसाठस भरकर स्टैंड से रवाना हुई। स्टैंड से 60 सीटर बसे सौ से अधिक यात्री लेकर गंतव्य स्थान के लिए रवाना हुई। इस दौरान बस संचालकों ने निर्धारित से पांच से दस रुपए अधिक किराया वसूल किया। वहीं लंबी दूरी की बस दिल्ली, उदयपुर, इंदौर की बसों में जगह खाली नहीं है।
रोडवेज बसे नहीं होने मायूसी
रोडवेज बस बुकिंग अधिकारी अशोक मेहता ने बताया कि पांच वर्ष पूर्व नीमच डिपो पर 60 रोडवेज बसों का आवागमन था। उसके बाद दो साल पहले घटकर 38 रह गया। अब स्थिति यह है कि मात्र 22 बसें ही संचालित है। पूर्व लंबी दूरी की दिल्ली, जोधपुर, हरिद्धार, अहमदाबाद, अजमेर, इंदौर और उदयपुर के लिए नीमच से बसे संचालित थी। सब बंद हो गई है। वहीं उदयुपर डिपो के लिए आठ बसों को संचालन महज दो चल रही है। मौजूदा रोडवेज डिपो मैनेजर की हठधर्मिता के कारण यह हाल हो रहा है।
पांच से छह हजार यात्री की आवाजाही
प्राइवेट बस एसोसिएशन के बुकिंग अधिकारी मदनलाल ने बताया कि रोजाना ग्रामीण रूट के लिए मनासा, मंदसौर, सिंगोली, कोटा, जीरन, प्रतापगढ़, चित्तौड़ के लिए 100 बसों का संचालन है। इन दिनों यहां से करीब पांच से छह हजार यात्रियों को आवागमन हो रहा है। लोगों के स्वयं के साधन होने से भी फर्क पड़ा है। अभी एकस्ट्रा में बसे नहीं लगाई गई हैं।