प्रशिक्षक शिक्षक से रहे बच्चों को प्रशिक्षण
सीबीएसई से मान्यता प्राप्त शिक्षक संस्थाओं में बच्चों को इनोवेटिव राइटिंग स्किल्स डवलप करने के लिए विशेष कक्षाएं लगाई जा रही हैं। इसमें प्रशिक्षक शिक्षक बच्चों को उत्तर लिखने के अलग अलग तरीके सिखा रहे हैं। इससे छात्रों में विषय को समझकर अपने शब्दों में उत्तर लिखने की कला विकसित हो रही है। साथ ही छात्रों को विषय के रिवीजन के साथ ही उत्तर लिखने की प्रेक्टिस भी कराई जा रही है। इसका लाभ यह हो छात्रों को कठिन विषयों में अच्छे मिलने की उम्मीद बढ़ेगी और बोर्ड परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन भी कर सकेंगे। सीबीएसई इस साल से बोर्ड छात्रों के लिए मार्किंग स्कीम में बदलाव के साथ साथ प्रश्न पत्र के पेटर्न में बदलाव करने जा रहा है। इसकी वजह से छात्रों को अब बोर्ड परीक्षा के लिए और ज्यादा मेहनत करना पड़ेगी। छात्र परीक्षा के बदले पेटर्न में छात्र बेहतर प्रदर्शन कर सकें इसके लिए ही विद्यार्थियों इनोवेटिव राइटिंग स्किल्स सिखाने के लिए विशेष कक्षाएं लगाने का निर्णय लिया गया है। बोर्ड के बदले पेटर्न को भी विशेष कक्षाओं के माध्यम से बच्चों को समझाया जा रहा है।
सीबीएसई से मान्यता प्राप्त शिक्षक संस्थाओं में बच्चों को इनोवेटिव राइटिंग स्किल्स डवलप करने के लिए विशेष कक्षाएं लगाई जा रही हैं। इसमें प्रशिक्षक शिक्षक बच्चों को उत्तर लिखने के अलग अलग तरीके सिखा रहे हैं। इससे छात्रों में विषय को समझकर अपने शब्दों में उत्तर लिखने की कला विकसित हो रही है। साथ ही छात्रों को विषय के रिवीजन के साथ ही उत्तर लिखने की प्रेक्टिस भी कराई जा रही है। इसका लाभ यह हो छात्रों को कठिन विषयों में अच्छे मिलने की उम्मीद बढ़ेगी और बोर्ड परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन भी कर सकेंगे। सीबीएसई इस साल से बोर्ड छात्रों के लिए मार्किंग स्कीम में बदलाव के साथ साथ प्रश्न पत्र के पेटर्न में बदलाव करने जा रहा है। इसकी वजह से छात्रों को अब बोर्ड परीक्षा के लिए और ज्यादा मेहनत करना पड़ेगी। छात्र परीक्षा के बदले पेटर्न में छात्र बेहतर प्रदर्शन कर सकें इसके लिए ही विद्यार्थियों इनोवेटिव राइटिंग स्किल्स सिखाने के लिए विशेष कक्षाएं लगाने का निर्णय लिया गया है। बोर्ड के बदले पेटर्न को भी विशेष कक्षाओं के माध्यम से बच्चों को समझाया जा रहा है।
वस्तुनिष्ठ प्रश्नों की संख्या बढ़ाई जाएगी
छात्रों के लिए परीक्षा को आसान बनाने के लिए प्रश्न पत्रों में बदलाव किए गए हैं। अनिवार्य प्रश्नों की संख्या कम कर वस्तुनिष्ठ प्रश्नों की संख्या बढ़ाई जाएगी, ताकि छात्र को ज्यादा प्रश्न हल करने का मौका मिल सके। जानकार बताते हैं कि अगले सत्र से बोर्ड के प्रश्नपत्रों में ऑब्जेटिव टाइप प्रश्नों को भी शामिल किया जाएगा। यदि सवालों के पारम्परिक जवाबों से हटकर छात्र इनोवेटिव जवाब देता है तो उसे इसके अतिरिक्त अंक मिलेंगे। सीबीएसई ने 12वीं बोर्ड के सात विषयों की परीक्षा तिथि में बदलाव किया है। जानकार बताते हैं कि छात्रों की कहा गया था कि 25 से लेकर 30 मार्च तक लगातार परीक्षाएं होने पर उन्हें तैयारी के लिए कम समय मिल रहा है। ऐसे में सीबीएसई ने 28 मार्च को आयोजित होने वाली कम्प्यूटर साइंस और इंफोर्मेटिक्स प्रेक्टिस की परीक्षा की तारीख 2 अप्रैल कर दी है। साथ ही 2 अप्रैल को होने वाली परीक्षा फिलॉस्फी, आंत्रप्रेन्योरशिप, ह्यूमन राइट एंड जेंडर स्टडीज, थिएटर स्टडीज तथा लाइब्रेरी एंड इंफार्मेशन साइंसेज की डेट बदलकर 4 अपै्रल कर दी गई है।
छात्रों के लिए परीक्षा को आसान बनाने के लिए प्रश्न पत्रों में बदलाव किए गए हैं। अनिवार्य प्रश्नों की संख्या कम कर वस्तुनिष्ठ प्रश्नों की संख्या बढ़ाई जाएगी, ताकि छात्र को ज्यादा प्रश्न हल करने का मौका मिल सके। जानकार बताते हैं कि अगले सत्र से बोर्ड के प्रश्नपत्रों में ऑब्जेटिव टाइप प्रश्नों को भी शामिल किया जाएगा। यदि सवालों के पारम्परिक जवाबों से हटकर छात्र इनोवेटिव जवाब देता है तो उसे इसके अतिरिक्त अंक मिलेंगे। सीबीएसई ने 12वीं बोर्ड के सात विषयों की परीक्षा तिथि में बदलाव किया है। जानकार बताते हैं कि छात्रों की कहा गया था कि 25 से लेकर 30 मार्च तक लगातार परीक्षाएं होने पर उन्हें तैयारी के लिए कम समय मिल रहा है। ऐसे में सीबीएसई ने 28 मार्च को आयोजित होने वाली कम्प्यूटर साइंस और इंफोर्मेटिक्स प्रेक्टिस की परीक्षा की तारीख 2 अप्रैल कर दी है। साथ ही 2 अप्रैल को होने वाली परीक्षा फिलॉस्फी, आंत्रप्रेन्योरशिप, ह्यूमन राइट एंड जेंडर स्टडीज, थिएटर स्टडीज तथा लाइब्रेरी एंड इंफार्मेशन साइंसेज की डेट बदलकर 4 अपै्रल कर दी गई है।
विकसित कर रहे हैं इनोवेटिव राइटिंग स्किल्स
सीबीएसई ने अपने मार्किंग स्कीम में बदलाव किया है। इनोवेटिव उत्तर देने पर बच्चों को ज्यादा अंक मिलेंगे। इनोवेटिव राइटिंग स्किल्स सिखाने के लिए स्पेशल कक्षाएं लगाई जा रही है ताकि बच्चे बेहतर तरीके से उत्तर लिख सकें।
– अजय भटनागर, संचालक सीबीएसई स्कूल नीमच
सीबीएसई ने अपने मार्किंग स्कीम में बदलाव किया है। इनोवेटिव उत्तर देने पर बच्चों को ज्यादा अंक मिलेंगे। इनोवेटिव राइटिंग स्किल्स सिखाने के लिए स्पेशल कक्षाएं लगाई जा रही है ताकि बच्चे बेहतर तरीके से उत्तर लिख सकें।
– अजय भटनागर, संचालक सीबीएसई स्कूल नीमच