चित्रकार राहुल देव जो एक अद्भुत प्रतिभा के धनी है, जिन्होंने अपने पेंटिंग के माध्यम से देश ही नहीं विदेशों में भी अपना एक स्थान कायम किया । राहुल देव ने जर्मनी में आर्ट ऑफ गैलरी एक प्रतियोगिता में भाग लिया था। जहां पर यह सफल भी हुए और उन्होंने प्रथम पुरस्कार भी हासिल किया था। अपने देश का नाम रोशन किया है, इन्होंने अपने पेंटिंग के माध्यम से कई बड़े राजनेताओं वह महात्माओं की तस्वीरें बनाई है। वह उनसे रूबरू भेंट की आज पूरा विश्व कोरोना वायरस जैसी भयंकर महामारी के दौर से गुजर रहा है। जहां भारत भी इस महामारी से अछूता नहीं रहा है। जिसको लेकर भारत सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। इस महावारी के दौर में देश की जनता को सुरक्षित रखा जाए। ऐसी परिस्थिति में माता के नवरात्रि के दिनो में चित्रकार ने अपनी कल्पनाओं से केनवास पर चित्रकारी शुरू की और नवरात्रि समाप्ति पर कोराना राक्षेस का अंत करते हुए मां दुर्गा की मास्क पहने चित्र केनवास पर बनाई है।
मन की भावना को केनवास पर उतारा
पत्रिका से बातचीत के दौरान चित्रकार देव ने बताया कि कोराना वायरस के संकट की घड़ी में मन में ऐसी भावना उत्पन्न हुई और उस भावना को इन्होंने कैनवास पर उतार दिया। इसमें कलाकार ने अपनी पेंटिंग के माध्यम से ये दिखाया है कि आज इस धरती पर जब जब धरती पर संकट आया है। उस समय मां भगवती ने महिषासुर जैसे कई दानवों और राक्षसों का का अपने अस्त्र और शास्त्र से सहार किया है। आज की परिस्थिति को देखते हुए मां की उस स्वरूप को कलाकार ने अपने कला के माध्यम से बताने का प्रयास किया है की आज का भगवान डॉक्टर हैं और अपने किन किन स्वरूपों के माध्यम से वह जनता की सेवा कर रहा है और उन्हें बचाने का प्रयास कर रहा है यू कहे कि माँ के रूप में डॉक्टर को दर्शाया गया है।