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कनावटी जेल में डोडाचूरा तस्कर बाबू सिंधी को मिल रहा वीआईपी ट्रीटमेंट

कनावटी जेल में डोडाचूरा तस्कर बाबू सिंधी को मिल रहा वीआईपी ट्रीटमेंट

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कनावटी जेल में डोडाचूरा तस्कर बाबू सिंधी को मिल रहा वीआईपी ट्रीटमेंट

कनावटी जेल में डोडाचूरा तस्कर बाबू सिंधी को मिल रहा वीआईपी ट्रीटमेंट

नीमच। कनावटी जेल का भ्रष्टाचार किसी से छुपा नहीं है, कुछ समय पहले जेल पुलिस की मदद से चार बदमाश तस्कर जेल की दीवार फांदकर फरार होने में कामयाब हुए थे। जिसके बाद ईमानदार जेलर एलके त्रिपाठी की नियुक्ती यहां का ढर्रा सुधारने के लिए हुई थी। अपेक्षानूकुल कार्य भी किया, लेकिन अभी जेलर त्रिपाठी के स्थानांतरण होते ही पुराने ढर्रा शुरू हो गया है। जेल में रिश्वत लेकर कैदियों की खातिरदारी किए जाने के मामले को लेकर भोपाल मुख्यालय पर जेल डीजी के नाम
से शिकायत दर्ज हुई है।

हाल ही 4 sep कनावटी जेल में बंद हुए तस्कर बाबू सिंधी उर्फ जयकुमार सिंधी को विशेष सुविधा दिए जाने का मामला प्रकाश में आया है। कनावटी जेल में स्थित जेलर कक्ष में बाबू सिंधी से परिचितों और उसके रिश्तेदारों से मुलाकात करवाई जा रही है। जेल में लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच पडताल की जाए तो जेल में व्यवस्था के नाम पर चल रही रिश्वतखोरी का भंडाफोड हो सकता है। वैसे जेल के नियम के अनुसार सुबह नौ बजे से लेकर दोपहर एक बजे तक मुलाकात का समय निर्धारित है। एक दिन में एक ही परिचित मुलाकात कर सकता है, लेकिन जेल में तस्कर बाबू सिंधी से दिन में कई बार मुलाकात करवाई जा रही है। यही नहीं जेलर के अंदर प्रवेश करवाकर जेलर के कक्ष में कुर्सी पर बैठाकर मुलाकात करवाई जाने के बातें सामने आई है। बाबू सिंधी जेल के अंदर से तस्करी से अर्जित की गई काली कमाई को इधर—उधर ठिकाने लगाने और दूसरे नामों पर करने की जुगत में लगा है। वर्तमान में जेलर मांझी अवकाश पर है, ऐसे में प्रभारी जेलर की कमान अंशुल गर्ग के हाथों में है। प्रभारी जेलर अंशुल गर्ग द्वारा रसूखदार लोगों को घर का खाना तक उपलब्ध करवाया जा रहा है। एक दिन में दस—दस लोगों से मुलाकात करवाई जा रही है। बताते है कि बाबू सिंधी को कुछ दिन बाद ही फोन सुविधा उपलब्ध करवाना शुरू कर दी, जबकि एक माह बाद यह सुविधा विचाराधीन कैदियों को शुरू होती है। जेल में रिश्वत लेकर दी जा रही सुविधा को लेकर सीएम हेल्पलाईन पर शिकायतकर्ता राहुल ने शिकायत दर्ज करवाई है, जिसके शिकायत क्रमांक 15363937 है। शिकायत में सीसीटीवी कैमरे, मुलाकात डयूटी के दौरान डयूटी पर तैनात कर्मचारी अधिकारी की कॉल डिटेल्स की जांच पडताल किए जाने से लेकर प्रभारी जेलर अंशुल गर्ग के बैंक खातों की जांच पडताल किए जाने के बिंदु लिखे गए है।

इनका यह कहना है
ऐसा नहीं है समय के अनुसार ही मुलाकात कराई जाती है, किसी को भी वीआईपी ट्रीटमेंट नहीं दिया जा रहा है, जेल सभी के लिए समान है।
- अंशुल गर्ग, प्रभारी जेलर कनावटी जेल।