एक माह में 75 मरीजों को बनाया श्वानों ने अपना शिकार
श्वानों के काटे मरीजों का आंकड़ा पिछले कुछ सप्ताह से लगातार बढ़ता जा रहा है। ऐसे में मात्र एक माह में करीब छह दर्जन मरीज श्वानों की चपेट में आ गए। पिछले कुछ दिनों तक अधिक मरीज आने के कारण इंजेक्शन का भी टोटा हो गया था, ऐसे में कुछ मरीजों को निजी में तो कुछ को अन्य स्थानों पर जाकर उपचार कराने को मजबूर होना पड़ा, इस बार 19 सितंबर से लेकर 16 अक्टूबर तक करीब 75 मरीज श्वानों की चपेट में आ चुके हैं।
दिनांक श्वानों के काटे मरीज
19 सित. से 25 सिंतबर 24
26 सित. से 02 अक्टूबर 24
1 अक्टूबर से 16 अक्टूबर 27
ट्रामा सेंटर में एआरवी इंजेक्शन की उपलब्धता 30
जिला चिकित्सालय में आया इंजेक्शन 800 कलेक्टर के संज्ञान में आने के बाद आया स्टॉक
एआरवी इंजेक्शन की किल्लत से जूझ रहे मरीज जब अपनी गुहार लेकर कलेक्टर के पास तक पहुंचे, इसके बाद चिकित्सालय प्रशासन हरकत में आया ओर इंजेक्शन की उपलब्धता सुनिश्चित करवाई। क्योंकि यह इंजेक्शन निजी चिकित्सालयों और बाजार में काफी महंगा होता है। वहीं करीब एक मरीज को पांच बार लगता है। इस कारण आर्थिक रूप से कमजोर मरीज इस इजेंक्शन को बाहर से नहीं लगवा पाता है।
नगरपालिका अमला की सुस्त कार्रवाई से बढ़ रहा श्वानों का ग्राफ
स्वछंद विचरण करने वाले श्वानों को पकडऩे का कार्य नगरपालिका के जिम्मे है। लेकिन पिछले कई दिनों से श्वानों को पकडऩे की कार्यवाही कछुआ गति से चलने के कारण श्वानों का आतंक दिनों दिन बढ़ता जा रहा है। हालात यह है कि शहर के गली, मोहल्लों और मुख्य चौराहों पर श्वानों का समूह घूमत रहता है। जो कई बार अचानक लोगों को काट लेता है।
मंगलवार को एआरवी इंजेक्शन पर्याप्त मात्रा में स्टॉक आ गया है। जो वर्तमान में ट्रामा सेंटर से लेकर जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर उपलब्ध करा दिया है। अब कहीं भी किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं आएगी।
-डॉ एसएस बघेल, सीएमएचओ