नीमच

मरीजों के सूखने लगे कंठ, नहीं चल रहे वॉटर कूलर

-वॉटर कूलर हुए बंद, पेयजल टंकियों का पानी गंदा -जिला चिकित्सालय में पेयजल के लिए भटक रहे मरीज -सात में से आधे वॉटर कूलर बंद

नीमचMar 14, 2018 / 01:33 pm

harinath dwivedi

वॉटर कूलर से आए पानी लेने मरीज, नल दबाने के बाद भी नहीं टपकी एक बूंद।

नीमच. किसी वॉटर कूलर में पानी नहीं, तो किसी वॉटर कूलर को खराब हुए लंबा समय बीत गया है, ऐसे में मरीज पानी के लिए एक वॉटर कूलर से दूसरे वॉटर कूलर तक भटकते नजर आते हैं, कि कहीं पानी मिल जाए तो गर्मी में सूखे कंठ तर हों। क्योंकि जिला चिकित्सालय में लगे अधिकतर वॉटर कूलर में से मात्र एक दो से ही मरीजों को पानी मिल रहा है। ऐसे में जब जिला चिकित्सालय की छत पर रखी पानी की टंकियों पर नजर डाली तो हालात आश्चर्य जनक नजर आए, क्योंकि टंकियों में पानी तो भरपूर भरा था, लेकिन सफाई के नाम पर केवल लिपापोती नजर आ रही थी।
पत्रिका ने जब मंगलवार को जिला चिकित्सालय में मरीजों को मिलने वाले पेयजल सुविधा के हालातों पर नजर डाली तो हालात आश्चर्य जनक नजर आए। यूं तो जिला चिकित्सालय की छत पर रखी पानी की टंकियों में भरपूर पानी था, लेकिन किसी में कजी नजर आई, तो किसी टंकी के तले में मिट्टी जमी थी, क्योंकि अधिकतर पानी की टंकी में न तो ढक्कन नजर आया, न ही उनमें सफाई नजर आई। वैसे तो जब भी इन पानी की टंकियों की सफाई होती है उसकी तारीख टंकी पर लिखी जाती है, ऐसे में जब पानी की टंकियों पर लिखी तारीखों पर नजर डाली तो किसी टंकी पर नवंबर २०१५ की तो किसी पर अगस्त २०१६ की तारीख नजर आ रही थी। जिससे साफ पता चल रहा था, कि पानी की टंकियों की सफाई हुए भी लंबा अरसा बीत चुका है, ऐेसे में जिन मरीजों को साफ और स्वच्छ पानी मिलना चाहिए, उनको ऐसा पानी नसीब हो रहा है, जिसकी टंकियों की सफाई हुए भी लंबा अरसा बीत चुका है।
वॉटर कूलर भी नहीं दे रही पानी
मरीजों को ठंडा और साफ पानी मिले, इसलिए जिला चिकित्सालय में आधा दर्जन से अधिक वॉटर कूलर लगाए गए थे, लेकिन जब इन वॉटर कूलर के हालातों पर नजर डाली तो आश्चर्क जनक स्थिति नजर आई, क्योंकि जनरल वार्ड के बाहर रखा वॉटर कूलर लंबे अरसे से बंद पड़ा था, वहीं ब्लड बैंक के बाहर लगा वॉटर कूलर भी बंद नजर आया, इसके बाद जब पार्किंग स्टैंड के पास लगे वॉटर कूलर को देखा तो वहां भी पानी तो आ रहा था, लेकिन काफी धीमी गति से आने के कारण मरीज को एक बॉटल पानी लेने के लिए काफी देर तक वॉटर कूलर के नल में बॉटल लगा कर रखना पड़ रही थी। हालांकि मेटरनिटी वार्ड में रखा वॉटर कूलर चालु था, लेकिन यहां केवल डिलेवरी महिलाएं या सिर्फ महिलाएं ही प्रवेश कर पाती हैं। ऐसे में अन्य वार्डों के मरीज एक वॉटर कूलर से दूसरे वॉटर कूलर तक भटकते नजर आए।
वर्जन.
यह समस्या हमारे संज्ञान में है, हमने करीब ६ नए वॉटर कूलर के लिए आर्डर दे रखें हैं वे शीघ्र ही आ जाएंगे। कर्मचारियों की हड़ताल के चलते कुछ समस्या नजर आ रही है, जैसे ही हड़ताल समाप्त होगी, सबसे पहले छत पर रखी पानी की टंकियों की सफाई करवाई जाएगी। इसी के साथ नए वॉटर कूलर आते ही उन्हें चिन्हित स्थानों पर लगाए जाएंगे। ताकि सभी मरीजों को ठंडा और शीतल पेयजल मिले। वैसे कुछ वॉटर कूलर चालु है जिससे मरीजों को पर्याप्त पानी मिल रहा है।
-डॉ एके दुबे, सिविल सर्जन, जिला चिकित्सालय

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