दो दिन में तैयार हुई 175 ई अनुज्ञा
16 अगस्त से प्रदेशभर में ई अनुज्ञा अनिवार्य कर दिया गया है। जिसके चलते नीमच कृषि उपज मंडी में भी ई अनुज्ञा से काम शुरू हो गया है। शनिवार शाम तक करीब 175 ई अनुज्ञा बन गई थी। नए नियम के अनुसार व्यापारी द्वारा अपने स्टॉक की एक साथ पोर्टल पर एंट्री करने पर स्टॉक चढऩे के साथ ही मंडी में टेक्स जमा हो जाएगा। ऐेसे में फिर वे स्वयं ई अनुज्ञा तैयार कर सकते हैं। जिसमें मात्र ५ से १० मिनट का ही समय लगता है। शुरूआत में किसी भी प्रकार की दिक्कत आने पर मंडी में स्थित ई अनुज्ञा कार्यालय में व्यापारियों व उनके मुनीमों को ई अनुज्ञा बनाने का प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। ताकि उन्हें किसी प्रकार की दिक्कत नहीं आए। ई अनुज्ञा व्यापारी व उनका मुनीम स्वयं बना सकते हैं। इसके लिए उन्हें मंडी के चक्कर भी नहीं काटने पड़ेंगे।
16 अगस्त से प्रदेशभर में ई अनुज्ञा अनिवार्य कर दिया गया है। जिसके चलते नीमच कृषि उपज मंडी में भी ई अनुज्ञा से काम शुरू हो गया है। शनिवार शाम तक करीब 175 ई अनुज्ञा बन गई थी। नए नियम के अनुसार व्यापारी द्वारा अपने स्टॉक की एक साथ पोर्टल पर एंट्री करने पर स्टॉक चढऩे के साथ ही मंडी में टेक्स जमा हो जाएगा। ऐेसे में फिर वे स्वयं ई अनुज्ञा तैयार कर सकते हैं। जिसमें मात्र ५ से १० मिनट का ही समय लगता है। शुरूआत में किसी भी प्रकार की दिक्कत आने पर मंडी में स्थित ई अनुज्ञा कार्यालय में व्यापारियों व उनके मुनीमों को ई अनुज्ञा बनाने का प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। ताकि उन्हें किसी प्रकार की दिक्कत नहीं आए। ई अनुज्ञा व्यापारी व उनका मुनीम स्वयं बना सकते हैं। इसके लिए उन्हें मंडी के चक्कर भी नहीं काटने पड़ेंगे।
ई अनुज्ञा को लेकर नीमच में व्यापारियों का सहयोग बना हुआ है। १६ अगस्त से शनिवार शाम तक करीब १७५ ई अनुज्ञा बनी है। ई अनुज्ञा बनाने में किसी भी प्रकार की दिक्कत आने पर उसका निराकरण शीघ्र किया जा रहा है।
-दीपीका सोनारती, सहायक, इ अनुज्ञा
ई अनुज्ञा में आ रही कुछ दिक्कतों को लेकर एमडी को पत्र लिखा है। जिसमें एक्जाई रिपोर्ट अपडेट होने यानि दिनभर के ट्रांजेक्शन की एक साथ एंट्री होने, टेक्स पेड माल का वेरिफिकेशन के लिए मंडी नहीं जाना पड़े, जो टेक्स जमा होता है वह व्यापारी के खाते में से के्रडिट होने आदि मांग की गई है। सोमवार तक हमारी मांगे मान ली जाती है तो ठीक, अन्यथा सोमवार को आगे क्या करना है निर्णय लेंगे।
-राजेंद्र खंडेलवाल, सचिव, व्यापारी संघ
-राजेंद्र खंडेलवाल, सचिव, व्यापारी संघ