5 प्रतिशत विद्यार्थी भी नहीं हासिल कर पाए ए ग्रेड
जिले के 118 हाईस्कूल और हायर सेकेंडरी में कुछ दिनों पहले त्रैमासिक परीक्षा का आयोजन किया गया। परीक्षा से पूर्व कक्षा 9 वीं के विद्यार्थियों के लिए ब्रीज कोर्स भी शुरू किया गया था। ताकि बच्चे जिस कक्षा में है उस कक्षा के लायक हो जाएं। इस प्रकार जिले में कक्षा 9 वीं से लेकर 12 वीं तक करीब 22 हजार बच्चों ने परीक्षा दी थी। जिले में विद्यार्थियों की शैक्षणिक गुणवत्ता सुधारने के लिए शासन द्वारा कई जतन किए जा रहे हैं। लेकिन जिस हिसाब से परिणाम सामने आए हैं, उससे पता चल रहा है कि अभी भी कहीं न कहीं कोई कमी है जो बच्चों की शैक्षणिक गुणवत्ता का ग्राफ बढ़ नहीं रहा है।
50 प्रतिशत भी क्रास नहीं कर पाया 9 वीं, 10 वीं का रिजल्ट
त्रैमासिक परीक्षा में सबसे अधिक ध्यान कक्षा 9 वीं पर दिया गया था, क्योंकि यही वह कक्षा है जहां हर साल बच्चे सबसे अधिक रूक जाते हैं। पिछले सालों में इस कक्षा का वार्षिक परिणाम भी 50 प्रतिशत का आंकड़ा पार नहीं कर पाया है। इसलिए परीक्षा से पहले ही कक्षा 9 वीं के विद्यार्थियों के लिए ब्रीज कोर्स प्रारंभ किया गया था। जिससे उम्मीद थी कि परीक्षा परिणाम में कुछ सुधार होगा, लेकिन जब आंकड़े सामने आए तो साफ पता चल रहा है कि कक्षा 9 वीं और 10 वीं का रिजल्ट 50 प्रतिशत भी क्रास नहीं कर पाया है। वहीं 11 वीं 12 का रिजल्ट 65 प्रतिशत से कम है।
कक्षा प्रतिशत में परिणाम
9 वीं 40.45
10 वीं 45.07
11 वीं 64.87
12 वीं 61.41 5 विषय के शिक्षकों को दिया प्रशिक्षण, 80 मिनट के लगने लगे पीरियड
त्रैमासिक परीक्षा का रिजल्ट आते ही शिक्षा विभाग द्वारा समीक्षा बैठक कर अद्र्धवार्षिक परीक्षा से पहले पूर्ण रूप से सुधार करने के लिए कमर कस ली है। जिसके तहत डी, ईवन और ई टू ग्रेड में आई कक्षाओं के लिए निदानात्मक कक्षाएं 31जनवरी तक लगाई जाएंगी। वहीं हिंदी, अंग्रेजी, गणित, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान के शिक्षकों को विशेष प्रशिक्षण दिया गया। ताकि वे अपने अपने विद्यालयों में निदानात्मक कक्षाएं बेहतर रूप से चला सकें। इसके लिए सभी प्राचार्यों का उन्मुखीकरण भी किया गया। इसी के साथ डी और ई ग्रेड में आने वाले बच्चों के लिए अलग सेक्शन बनाकर विशेष रूप से पढ़ाया जाएगा। वहीं हिंदी और अंग्रेजी के 80-80 मिनिट के पीरियड लगेंगे।
9 वीं 40.45
10 वीं 45.07
11 वीं 64.87
12 वीं 61.41 5 विषय के शिक्षकों को दिया प्रशिक्षण, 80 मिनट के लगने लगे पीरियड
त्रैमासिक परीक्षा का रिजल्ट आते ही शिक्षा विभाग द्वारा समीक्षा बैठक कर अद्र्धवार्षिक परीक्षा से पहले पूर्ण रूप से सुधार करने के लिए कमर कस ली है। जिसके तहत डी, ईवन और ई टू ग्रेड में आई कक्षाओं के लिए निदानात्मक कक्षाएं 31जनवरी तक लगाई जाएंगी। वहीं हिंदी, अंग्रेजी, गणित, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान के शिक्षकों को विशेष प्रशिक्षण दिया गया। ताकि वे अपने अपने विद्यालयों में निदानात्मक कक्षाएं बेहतर रूप से चला सकें। इसके लिए सभी प्राचार्यों का उन्मुखीकरण भी किया गया। इसी के साथ डी और ई ग्रेड में आने वाले बच्चों के लिए अलग सेक्शन बनाकर विशेष रूप से पढ़ाया जाएगा। वहीं हिंदी और अंग्रेजी के 80-80 मिनिट के पीरियड लगेंगे।
डी और ईवन, ईटू में आए बच्चों के लिए निदानात्मक कक्षाएं प्रारंभ की जाएगी। इस संबंध में शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। वहीं प्राचार्यों का भी उन्मुखीकरण किया गया है। रिजल्ट उन्नयन के लिए लगातार प्रयास करेंगे, ताकि वार्षिक रिजल्ट बेहतर आए।
-प्रलय उपाध्याय, अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक