ग्रामीणों ने फैक्ट्री से निकलने वाले केमिकल के रिसाव को रोकने और फेक्ट्री बन्द करने की मांग को लेकर शुक्रवार को कलेक्टोरेट पहुंचकर अपर कलेक्टर नेहा मीना को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन के माध्यम से किसानों ने ७ दिन में फैक्ट्री संचालक पर कार्रवाई नहीं होने पर आत्महत्या की चेतावनी दी है। ग्रामीणों ने ज्ञापन में बताया कि नाकोड़ा लुब्रिकेट्स ऑयल फैक्ट्री में बायोडीजल का अवैध रूप से उत्पादन कर रहा है। इसका कोई वैध लाइसेंस फैक्ट्री के पास नहीं है। फैक्ट्री भीलवाड़ा निवासी मोहित पिता सुनील बंसल एवं सुनील पिता जगदीश बंसल संचालित करते हैं। फैक्ट्री से लगातार डीजल का रिसाव होता है जो आसपास के खेतों के कुओं के पानी में मिल रहा है। इस कारण फसलों को काफी नुकसान हो रहा है। कैमिकल रिसाव एवं इसके दुष्प्रभाव से वातावरण भी प्रदूषित हो रहा है। इसका स्वास्थ्य पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। वर्तमान में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड उज्जैन के अधिकारियों द्वारा भी सैंपल लिए गए थे। इसकी रिपोर्ट भी जिला प्रशासन को उनके द्वारा 10 दिन पूर्व दी जा चुकी है। इस रिपोर्ट पर भी कोई कार्रवाई नहीं की गई। मामले की शिकायत ग्रामीणों व किसानों द्वारा कई बार जिला प्रशासन एवं जनप्रतिनिधियों को की गई है। इसके बाद भी कोई उचित कार्रवाई नहीं की गई। ऐसी स्थिति में किसानों की फसल खराब होने के कारण किसान आत्महत्या करने पर मजबूर हो रहे हैं। यदि किसी भी किसान द्वारा आत्महत्या जैसा गलत कदम उठाया जाता है तो इसकी संपूर्ण जवाबदारी प्रशासन की रहेगी। ज्ञापन में ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि 7 दिवस के भीतर फैक्ट्री संचालक के विरुद्ध कोई वैधानिक कार्रवाई नहीं की जाती है और फैक्ट्री बंद नहीं करवाई जाती है तो मजबूरन पीडि़त किसान आत्महत्या जैसा कदम उठाएंगे। इस मामले में एडीएम नेहा मीना ने ग्रामीणों को मामले की जांच कर उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है।