अंधेरे में डूबा पूरा रामपुरा शहर
रिंगवाल से शहर में पानी आने से निचले इलाकों से लोगों को राहत शिविरों में भेजा गया है। करीब डेढ़ हजार लोग राहत शिविरों में हैं। इनके भोजन आदि की व्यवस्था प्रशासन और सामाजिक संगठनों की ओर से की गई है। रामपुरा में कुशालपुरा, बादीपुरा, इनायतपुरा, राजपुरा, बागवान मोहल्ला, लालबाग, बस स्टैंड, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र आदि निचली बस्तियां जलमग्र हो गई। इन क्षेत्रों से लोगों को अग्रवाल धर्मशाला, औसवाल पंचायत, सरस्वती स्कूल, पोरवाल धर्मशाला, अंजुमन इस्लाम जमात, बालक हायर सेकेंडरी स्कूल आदि स्थानों पर सुरक्षित पहुंचाया गया। क्षेत्र में पानी की आवक शनिवार रात 12.30 बजे से शुरू हो गई थी, जो देर रात करीब दो बजे तक आधे से अधिक रामपुरा शहर पानी में डूब गया। हालातों को देखकर पुलिस प्रशासन ने शनिवार शाम को ही अलर्ट जारी कर दिया था। नगर में करीब 17 फीट तक पानी विभिन्न क्षेत्रों में भरा, जो रविवार शाम को करीब एक फीट कम भी हुआ।
रिंगवाल से शहर में पानी आने से निचले इलाकों से लोगों को राहत शिविरों में भेजा गया है। करीब डेढ़ हजार लोग राहत शिविरों में हैं। इनके भोजन आदि की व्यवस्था प्रशासन और सामाजिक संगठनों की ओर से की गई है। रामपुरा में कुशालपुरा, बादीपुरा, इनायतपुरा, राजपुरा, बागवान मोहल्ला, लालबाग, बस स्टैंड, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र आदि निचली बस्तियां जलमग्र हो गई। इन क्षेत्रों से लोगों को अग्रवाल धर्मशाला, औसवाल पंचायत, सरस्वती स्कूल, पोरवाल धर्मशाला, अंजुमन इस्लाम जमात, बालक हायर सेकेंडरी स्कूल आदि स्थानों पर सुरक्षित पहुंचाया गया। क्षेत्र में पानी की आवक शनिवार रात 12.30 बजे से शुरू हो गई थी, जो देर रात करीब दो बजे तक आधे से अधिक रामपुरा शहर पानी में डूब गया। हालातों को देखकर पुलिस प्रशासन ने शनिवार शाम को ही अलर्ट जारी कर दिया था। नगर में करीब 17 फीट तक पानी विभिन्न क्षेत्रों में भरा, जो रविवार शाम को करीब एक फीट कम भी हुआ।
आधा शहर पानी में भरा पानी
गांधीसागर बांध का जलस्तर बढऩे से रामपुरा शहर में पानी भर गया। शहर में प्रवेश के सभी रास्ते बंद हो गए हैं। मात्र एक रास्ता बचा है जिससे शहर में प्रवेश किया जा सकता है। करीब डेढ़ हजार लोगों को राहत शिविरों में पहुंचाया गया है। प्रशासन की ओर से भोजन की व्यवस्था की गई है। बस स्टैंड क्षेत्र पूरी तरह जलमग्न हो गया है। करीब एक दर्जन गांव पानी में पानी भरने से वहां के लोगों को राहत शिविरों में पहुंचाया गया है। हालात नियंत्रण में हैं। नावों की मदद से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
– विनयकुमार धोका, अपर कलेक्टर
गांधीसागर बांध का जलस्तर बढऩे से रामपुरा शहर में पानी भर गया। शहर में प्रवेश के सभी रास्ते बंद हो गए हैं। मात्र एक रास्ता बचा है जिससे शहर में प्रवेश किया जा सकता है। करीब डेढ़ हजार लोगों को राहत शिविरों में पहुंचाया गया है। प्रशासन की ओर से भोजन की व्यवस्था की गई है। बस स्टैंड क्षेत्र पूरी तरह जलमग्न हो गया है। करीब एक दर्जन गांव पानी में पानी भरने से वहां के लोगों को राहत शिविरों में पहुंचाया गया है। हालात नियंत्रण में हैं। नावों की मदद से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
– विनयकुमार धोका, अपर कलेक्टर