सीएसपी राकेश मोहन शुक्ल ने बताया कि जीरन थाना क्षेत्र के चीताखेड़ा गांव से एक 13 वर्षीय बालिका वर्ष 2015 में लापता हो गई थी। पुलिस ने अपहरण का प्रकरण दर्ज कर उसकी तलाश शुरू की थी। पुलिस की जांच में पता चला था कि जीरन में जेसीबी चालक शाजापुर कें सुहाडि़या गांव निवासी दिनेश पिता धनसिंह बागरी भी उसी समय से लापता है। जिसकी काफी तलाश की गई और उसके घर भी दबिश दी गई। लेकिन वह घर पर भी नहीं था। पुलिस को जानकारी मिली थी कि वह महाराष्ट्र जलगांव में है। एएसआई महेंद्र प्रताप सिंह और महिला आरक्षक सहित टीम वहां भेजी। वहां से किशोरी को बरामद किया गया है। युवक बिना शादी किए उसके साथ रह रहा था। उसके एक डेढ़ माह की बच्ची भी है। बच्ची को वात्सलय गृह और किशोरी को उसके परिजनों के सुपुर्द कर दिया है। वहीं मंदसौर न्यायालय में पेश करने पर आरोपी युवक दिनेश बागरी उम्र २७ वर्ष को न्यायालय ने जेल भेजने के आदेश दिए है।
सीडब्ल्यूसी का पद रिक्त होने से समस्या
सीएसपी शुक्ल ने बताया कि लंबे समय से नीमच में सीडब्ल्यूसी का पद रिक्त होने के कारण यहां पर नाबालिग संबंधी मामलों के लिए मंदसौर जाना पड़ता है। इसी के चलते मंदसौर न्यायालय में दोनों को पेश किया गया था। वहीं बच्ची के डीएनए नमूने लेकर भी जांच के लिए भेजे गए हैं।