यहां स्वास्थ्यकर्मी नहीं रोक पा रहे मातृ मृत्यु दर
नीमचPublished: Feb 14, 2020 01:44:25 pm
एएनएम की दो वेतनवृद्धि रोकी तथा आशा कार्यकर्ता का एक माह का वेतन काटा
नीमच. प्रत्येक मातृ मृत्यु हेतु किसी न किसी स्तर पर स्वास्थ्य कार्यकर्ता अथवा चिकित्सक जिम्मेदार है। इससे महिला की असमय गर्भावस्था के दौरान मृत्यु होती है। इसकी रोकथाम की जा सकती है। स्वास्थ्य कार्यकर्ता, आशा कार्यकर्ता एवं चिकित्सकीय लापरवाही से मृत्यु हो जाती है। इस पर व्यक्तिगत जवाबदेही तय करते हुए दंडात्मक कार्रवाई की जाए।
‘नो वर्क नो पे’ के आधार पर कार्रवाई
यह निर्देश जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी भव्या मित्तल ने जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में दिए। वे मातृ एवं शिशु मृत्यु की समीक्षा कर रहीं थी। मातृ मृत्यु की समीक्षा के दौरान लापरवाही बरतने पर एएनएम ललिता गोगादे की दो वेतनवृद्धि रोकने तथा आशा कार्यकर्ता का एकमाह का वेतन कटौत्रा के आदेश दिए गए। बैठक में निर्देश दिए गए कि आगे से किसी भी क्षेत्र में गृह प्रसव मातृ मृत्यु या शिशु मृत्यु पाई जाती है तो इस प्रकार की कार्रवाई जारी रहेगी। इस अवसर पर यह भी निर्देशित किया गया कि यदि विभागीय अमला मातृ एवं शिशु मृत्यु की रिपोर्टिंग नहीं करेगा तो उसकी जानकारी ग्राम पंचायत से प्राप्त कर कार्रवाई की जाएगी। सभी एएनएम को ग्राम स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस पर प्रत्येक महिला की हिमोग्लोबीनमीटर अथवा सहलीज विधि से एचबी एवं युरोस्टिक से यूरिन एल्बुमिन किए जाने के निर्देश दिए गए। आरसीएच पोर्टल की समीक्षा करते हुए जिस कार्यकर्ता द्वारा एक भी उच्च जोखिम प्रसव की लाईन लिस्टिंग तैयार नहीं की उन्हें तलब करते हुए अंतिम चेतावनी प्रदाय की गई। साथ ही निर्देशित किया गया कि कार्य के साथ ही अनमोल एप पर इंट्री नहीं की गई तो ‘नो वर्क नो पेÓ के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। राज्य स्तर से प्राप्त निर्देशानुसार बेचिंग मेचिंग कार्ययोजना पर चर्चा करते हुए निर्देश दिए गए कि यह सुनिश्चित किया जाए कि प्रत्येक गर्भवती महिला की अंतिम त्रैमास में चिकित्सकीय जांच आवश्यक रूप से की जाए।
दिया जाए हेल्थ आफिसर को इंडक्शन प्रशिक्षण
शासन द्वारा संचालित निरोगी काया अभियान की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि नव चयनित कम्युनिटी हेल्थ आफिसर को इंडक्शन प्रशिक्षण प्रदाय कर कार्य सुचारू रूप से संचालित करवाया जाए। समस्त चिकित्सक एवं एमपीडब्ल्यु उन्हें आंवटित कार्य निर्धारित निर्देशों के अनुरूप करते हुए इसकी इंट्री पोर्टल पर की जाना सुनिश्चित करे। टीकाकरण कार्यक्रम एवं क्षय नियंत्रण कार्यक्रम की समीक्षा की गई। इस अवसर पर जिला चिकित्सालय नीमच मे कायाकल्प अभियान के तहत किए जा रहे कार्यों की समीक्षा करते हुए सुधार कार्य हेतु सिविल सर्जन डा. बीएल रावत को निर्देशित किया तथा तीनों विकासखंड के बीएमओ को भी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र को कायाकल्प के मापदंडों के अनुरूप विकसित करने हेतु निर्देश प्रदाय किए गए। वरिष्ठ महिला रोग विशेषज्ञ डा. शक्तिबाला शर्मा द्वारा लक्ष्य अभियान के तहत जिला अस्पताल मे उन्नयन किए जा रहे मेटरनिटी वार्ड की जानकारी प्रदाय की। इस अवसर पर डा. संगीता भारती, जिला कार्यक्रम प्रबंधक अर्चना राठौड़, डा. जेपी जोशी, डा. डी प्रसाद, डा. विजय भारती, संजय भारद्वाज समस्त खंड चिकित्सा अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।