यहां मरे लोगों के खातों में जमा हो रही थी पेंशन
नीमचPublished: Dec 05, 2019 12:49:01 pm
विभाग के अधिकारियों ने वसूली के लिए शुरू की कार्रवाई
नीमच. अब तक सामाजिक न्याय विभाग में भगवान भरोसे कार्य हो रहा था। इस साल जनवरी में शासन की ओर से पेंशनधारियों का भौतिक सत्यापन करने के निर्देश दिए। जैसे जैसे भौतिक सत्यापन होता गया चौकाने वाली आंकड़े सामने आने लगे। हितग्राही के मरने के बाद भी करीब 60 लोगों के खातों में नियमित रूप से पेंशन जमा हो रही थी। परिजन इस राशि का उपयोग कर रहे थे। इसका खुलासा होने के बाद अब विभाग की ओर से वसूली की कार्रवाई की जा रही है। मृत पेंशनधारियों के बैंक खातों या उनके परिजनों से विभाग ने अब तक 90 हजार रुपए की वसूली कर ली है।
भौतिक सत्यापन होने के बाद खुली पोल
सामाजिक न्याय नि:शक्तजन कल्याण विभाग में जब तब भौतिक सत्यापन प्रारंभ नहीं हुआ था लोग अपने मरे हुए परिजनों की पेंशन का भी लाभ ले रहे थे। जनवरी 19 से पेंशनधारियों का भौतिक सत्यापन करने के शासन स्तर पर आदेश जारी किए गए हैं। इसके बाद मार्च 19 से वार्ड प्रभारियों द्वारा घर घर जाकर पेंशनधारियों का भौतिक सत्यापन का कार्य प्रारंभ किया गया। जिला मुख्यालय पर कुल 40 वार्ड हैं। लगभग सभी वार्डों को भौतिक सत्यापन कार्य हो गया। पेंशनधारियों से व्यक्तिगत रूप से सम्पर्क कर किए गए भौतिक सत्यापन के बाद चौकाने वाले आंकड़े सामने आए। भौतिक सत्यापन के पहले जब भी विभाग के कर्मचारियों द्वारा रेंडमली जांच की गई होगी तो परिजनों ने मृत होने के बाद भी बहना बनाकर सच्चाई छुपा ली होगी। अब भौतिक सत्यापन के बाद खुलासा होने पर विभाग सख्त हो गया है।
90 हजार से अधिक की अब तक की वूसली
सामाजिक न्याय नि:शक्तजन कल्याण विभाग द्वारा कराए गए भौतिक सत्यापन के बाद 60 पेंशनधारियों की मौत की पुष्टि होने के बाद भी उनके खातों में राशि जमा होने की बात सामने आई थी। पेंशनधारियों की मौत के बाद भी उनके नाम पर बैंक खातों में पेंशन की राशि जमा हो रही थी। ऐसे कुछ चुनिंदा लोगों को चिंह्नित कर विभाग की ओर से सख्ती से वसूली की कार्रवाई प्रारंभ की गई। पेंशनधारी अयोध्याबाई की 3 फरवारी 2017 को मृत्यु हो गई थी। इसके बाद भी उनके जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के खाते में अगस्त 2019 तक नियमित राशि जमा हो रही थी। विभाग ने नोटिस जारी कर 11 हजार 100 रुपए की रिकवरी की। इसी प्रकार रामदयाल चंदेल निवासी कॉलेज रोड नीमच सिटी की 15 नवंबर 2016 को मृत्यु होने के बाद भी उनके खाते में सितंबर 19 तक पेंशन जमा हो रही थी। पेंशनधारियों की मौत के बाद बैंक खातों में राशि जमा होने पर विभाग प्रमुख सुनीता राय ने वूसली सख्ती से कराई। अब तक 60 मृत पेंशनधारियों से करीब 90 हजार रुपए की वसूली की जा चुकी है।
65 लोगों की पेंशन रोकी गई
पेंशनधारियों का मार्च 19 से प्रारंभ हुआ भौतिक सत्यापन कार्य जुलाई 19 तक पूर्ण हो गया था। इस दरमियान 60 पेंशनधारियों की मौत और 5 हितग्राही अपात्र पाए गए थे। प्रत्येक पेंशनधारी को 600 रुपए प्रतिमाह पेंशन दी जाती है। किसी को ३ साल से तो किसी को दो-ढाई साल से मृत्यु उपरांत भी पेंशन दी जा रही थी। 40 ही वार्डों में हुए भौतिक सत्यापन के बाद सभी की पेंशन रोक दी गई है। जब तक पेंशनधारी व्यक्तिगत रूप से अपनी उपस्थिति दर्ज नहीं कराते उनकी पेंशन जारी नहीं की जाती। बैंक को भी इस संबंध में पत्र लिखा गया है। उन्हें अवगत कराया गया है कि मृतक पेंशनधारियों के खातों में जमा राशि पुन: नपा खाते में जमा कराई जाना है। बैंक सेउनसे जानकारी मांगी गई कि जिन खातों में पिछले 3 माह से पेंशन राशि नहीं निकाली गई है उनका भुगतान निकाय से दिए हुए प्रारूप में प्राप्ति के बाद ही किया जाए। साथ ही जो पेंशनधारी एटीएम से राशि निकालते हैं उनकी भी जानकारी उपलब्ध कराई जाए।
– सुनीता राय, समग्र अधिकारी नीमच