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यहां रासुका की कार्रवाई से कन्नी काटती दिख रही पुलिस

locationनीमचPublished: Jan 26, 2020 02:13:39 pm

Submitted by:

Mukesh Sharaiya

एरन स्पाइसेस के संचालक को हाईकोट से लगा झटकाकोर्ट ने याचिका को सुनवाई योग्य तक नहीं मानापुलिस प्रशासन मिलावटखोर पर मेहरबान, नहीं लगी रासुका

Neemuch

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नीमच. एरन स्पाइसेस के संचालक मिलावटखोर अंकित एरन और उनके पिता कृष्णचंद्र एरन पर पुलिस प्रशासन मेहरबान दिखाई दे रहा है। खाद्य एवं औषधि प्रशासन की ओर से आरोपी पिता-पुत्र के खिलाफ थाने पर एफआइआर दर्ज कराई गई थी। एफआईआर को चुनौती देते हुए पहले जिला न्यायालय और फिर हाईकोर्ट से याचिका लगाई गई थी। जिसे दोनों न्यायालय ने खारिज कर दिया। इसके बाद भी पुलिस ने आरोपी पिता-पुत्र को अब तक गिरफ्तार नहीं किया है। रासुका की कार्रवाई में भी पुलिस की ओर से ढिलाई बरती जा रही है।
सुनवाई योग्य तक नहीं माना हाईकोर्ट ने
मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी संजीवकुमार मिश्रा ने बताया कि स्कीम नंबर 9 में संचालित एरन स्पाइसेस के संचालक अंकित पिता कृष्णचंद्र एरन ओर कृष्णचंद्र पिता फतेहलाल एरन के खिलाफ 2 जनवरी 2020 को थाने पर भादवि की धारा 272, 273, 420 में प्रकरण दर्ज कराया गया था। आरोपियों की ओर से पहले नीमच न्यायालय में एफआईआर को चुनौती देते हुए याचिका दायर की गई थी। यहां से याचिका खारिज होने के बाद हाईकोर्ट की इंदौर बेंच के समक्ष याचिका दायर की गई थी। शुक्रवार को हाईकोर्ट ने तो याचिका को सुनवाई योग्य तक नहीं माना और खारिज कर दी।
पुलिस की उदासीनता का उठा रहे लाभ
एरन स्पाइसेस के संचालक अंकित और पिता कृष्णचंद्र एरन के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने और खाद्य एवं औषधि प्रशासन की ओर से रासुका की पूरी तैयारी कर लेने के बाद भी पुलिस उदासीन बनी हुई है। नीमच जिले में तीन मिलावटखोरों पर खिलाफ रासुका लगाने में पुलिस की ओर से इतनी देरी नहीं हुई थी जितनी एरन स्पाइसेस के संचालकों को लेकर हो रही है। पिछले एक सप्ताह से पुलिस एरन स्पाइसेस के संचालक पर रासुका के तहत कार्रवाई करने को लेकर कागजी खानापूर्ति में ही उलझी हुई है। पुलिस अधीक्षक भी यह कह रहे हैं कि कागजी कार्रवाई में समय लग रहा है। हाईकोर्ट द्वारा याचिका खारिज होने के बाद भी गिरफ्तारी नहीं होना पुलिस द्वारा आरोपियों के प्रति बरते जा रहे नरम रुख हो प्रमाणित कर रहा है।
कोई दबाव नहीं है
एरन स्पाइसेस के संचालक अंकित एरन के खिलाफ कार्रवाई को रोकने के लिए किसी प्रकार का दबाव नहीं है। रासुका की कार्रवाई के लिए कागजी कार्रवाई चल रही है। समय लग रहा है। जल्द आरोपी की गिरफ्तारी होगी।
– राकेशकुमार सगर, पुलिस अधीक्षक

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