सिंचाई विभाग रिंगवाल पर मिट्टी डाल जिम्मेदारी से झाड़ रहा पल्ला
नीमचPublished: Jan 23, 2020 01:09:08 pm
नीमच. गांधीसागर बांध के कारण रामपुरा में हुई तबाही के बाद सिंचाई विभाग द्वारा रिंगवाल की पाल को प्रारंभिक तौर पर मिट्टी डालकर ठीक किया गया है। मिट्टी डालने के बाद भी वहां कई जगह अभी भी सीपेज हो रहा है। इस संबंध में लोगों ने प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री कैलाश चावला को अवगत कराया। बुधवार को चावला ने मौके पर पहुंचकर रिंगवाल का अवलोकन किया।
पूर्व कैबिनेट मंत्री कैलाश चावला गांधीसागर बांध की रिंगवाल का अवलोकन करते हुए।
पूर्व कैबिनेट मंत्री चावला ने बुधवार को रामपुरा का दौरा किया। रिंगवाल की पाल पर सिंचाई विभाग द्वारा जिस क्षेत्र में मिट्टी डाली गई वहां का निरीक्षण किया। मौके पर यह पाया कि विभाग की ओर से केवल लीपापोती कर जिम्मेदारी से पल्ला झाडऩे का काम किया है। सिंचाई विभाग के इस लापरवाही और उदासीन व्यवहार की वजह से भविष्य में इसी प्रकार की त्रासदी से नहीं बचा सकेगा। पहले भी तकनीकी त्रुटि का खामियाजा रामपुरा क्षेत्र की जनता को भुगतना पड़ा। समय रहते गांधी सागर की गेट नहीं खोले गए थे। इसके परिणाम स्वरूप आधा रामपुरा शहर पानी में डूब गया था। चावला ने बताया कि बाढ़ की वजह से रामपुरा के व्यापारियों का भारी नुकसान हुआ था। इसके बाद भी व्यापारियों को किसी भी प्रकार की राहत नहीं देना सरकार की रीति नीति को उजागर करता है। जो व्यापारी सरकार की आर्थिक रीड की हड्डी माना जाता है उसी व्यापारी को संकट में अगर सरकार उसका साथ नहीं दे तो यह बड़ी बेईमानी है। चावला ने कहा की सिंचाई विभाग द्वारा रिंगवाल पर जो मिट्टी डाली गई है वह पर्याप्त नहीं है। बाहर के विशेषज्ञ इंजीनियरों को बुलाकर पूरी वॉल का सही तरीके से मरम्मत करवाकर इसका सीसी करण होना चाहिए। तब जाकर हम आने वाले समय की त्रासदी से बच सकते हैं। चावला ने आश्चर्य व्यक्त किया किस जिले के प्रभारी मंत्री स्वयं जल संसाधन मंत्री हैं। रामपुरा में हुई तबाही को स्वयं मुख्यमंत्री ने देखा था। इसके बावजूद यहां पर काम नहीं होना सरकार कि अकर्मण्यता तो है ही। साथ ही जनप्रतिनिधियों को भी इसकी आवाज को बुलंद करना चाहिए। चावला ने कहा कि मैं चीफ इंजीनियर से लेकर प्रदेश के मुख्य सचिव को भी इस बारे में अवगत कराऊंगा, ताकि दोबारा इस त्रासदी से रामपुरा नगर को नहीं गुजरना पड़े।