बिंदोरी फू्रट मार्केट चौराहा, कमल चौक, भारतमाता चौराहा, पुस्तक बाजार, तिलक मार्ग, घंटाघर, नया बाजार, बारादरी होते हुए नीमच सिटी क्षेत्र तुलसी विवाह स्थल पहुंची, जहां विधि विधान से संपूर्ण रीति रिवाज के साथ शालिग्रामजी और तुलसाजी का विवाह संपन्न कराया गया। फूल माली पंचायत नयापुरा मंदसौर के अध्यक्ष गीतालाल गहलोत माली ने जानकारी देते हुए बताया कि फूलमाली पंचायत नयापुरा मंदसौर श्री चारभुजानाथ मंदिर समिति के संयुक्त तत्वावधान में तुलसी विवाह को लेकर परंपरा का निर्वहन करते हुए आज ठाकुरजी की बारात नीमच पहुंची। इसमें सभी समाजजन महिला पुरुष शामिल हुए। नीमच के स्वर्णकार धर्मशाला से ठाकुरजी की बिंदोरी गाजे बड़े और ढोल ढमाकों के साथ निकली गई जो नीमच सिटी क्षेत्र चंदाबाई डालार के यहां पहुंची। ठाकुरजी का तोरण, पेरपूजन, मंडप और फेरों के आयोजन के बाद बरात की विदाई की गई। तुसली विवाह को लेकर फूलमाली पंचायत नयापुरा श्री चारभुजा नाथ मंदिर समिति द्वारा मंदसौर में भी विवाह संबंधी विभिन्न आयोजन किए गए। मान्यता है कि योग निद्रा से जाग कर भगवान विष्णु सबसे पहले तुलसीजी की ही आवाज सुनते हैं। इसलिए कार्तिक माह में तुलसी पूजन विशेष रूप से फलदायी माना जाता है। साथ ही इस माह में तुलसी विवाह का आयोजन करने से कन्यादान के समतुल्य फल मिलता है। विवाह को लेकर लोगों का उत्साह देखते ही बन रहा था। बिंदोली में शामिल महिला-पुरुष पूरे समय मधुर गानों की धुन पर नाचते-गाते चल रहे थे। मार्ग से गुजरने वाले लोगों का ध्यान अनायास ही उनकी ओर आकर्षित हो रहा था।