तीन महीने में ऐसा क्या मिला पुलिस को जो धरा गए बड़े गिरोह
नीमचPublished: Aug 03, 2018 11:07:13 pm
– लंबे समय से हो रही थी ये वारदातें- अचानक आया तकनीकी बदलाव और फिर धड़ाधड़ कार्रवाई
mp police SI and constable dispute on road
नीमच. वैसे तो नीमच जिले को मालवा की शांत फिजां वाला जिला कहा जाता है। लेकिन आधुनिक स्वरूप के साथ यहां मादक पदार्थों की तस्करी, वाहन चोरी, बैंक डकैती के प्रयास, एटीएम लूट जैसी वारदातें बढऩे लगी थी। तीन माह में यहां की पुलिस ने कुछ तकनीकी बदलाव किए। आधुनिक संसाधनों का इस्तेमाल किया और इसके बाद जो सफलताएं मिली वे गिनने लायक बनी हैं।
जिले और खासकर शहर में बाइक चोरी की वारदातें लगातार बढ़ रही थी। यहां तक की एक सप्ताह में चार से पांच बाइक चोरी की शिकायतें भी दर्ज हुई। लेकिन पिछले तीन माह से पुलिस के हाथ बड़ी सफलताएं लगी हैं। इसका बड़ा कारण है शहर के प्रमुख चौराहों, मार्गों और संदिग्ध स्थानों पर लगे अत्याधुनिक सीसीटीवी कैमरे। शुरूआत में जब कंट्रोल रूम पर इन कैमरों की मेगा स्क्रीन पर निगरानी करने के लिए ट्रेंड पुलिसकर्मियों की कमी थी। एक टीम को भोपाल से ट्रेनिंग दिलवाई गई। इसके बाद एसपी टीके विद्यार्थी ने कंट्रोल रूम में खासतौर पर सीसीटीवी कैमरों पर निगरानी के लिए ६-६ घंटे की चार शिफ्ट में ४-४ पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई है। इससे खासकर बाइक चोरी की वारदातें पकडऩे में काफी आसानी हुई। इन कैमरों में हाई क्वालिटी के ३६० डिग्री पर घूमकर तस्वीर लेने वाले कैमरे, पीटीझेड कैमरे भी शामिल हैं। कुछ कैमरे ऐसे भी हैं जिनसे बाइक की नंबर प्लेट को जूम कर फोटो लिया जा सकता है। बाइक सवार की तस्वीर भी स्पष्ट दिखाई देती है। हालांकि उसके बाद भी ऐसे बदमाशों को पकडऩा चुनौती रहती है। इसमें साइबर सेल और विशेष स्क्वॉड के चुनिंदा पुलिसकर्मियों के सूचना तंत्र की बड़ी भूमिका रही है। अब तक पकड़े गए सभी मामलों में साइबर टीम और सीसीटीवी कैमरा एक्सपर्ट टीम की मॉनिटरिंग सीएसपी नरेंद्र सौलंकी ने की। इस तरह साइबर, सीसीटीवी और मुखबिर तंत्र की मदद से पुलिस ने तीन माह में २१ आरोपियों को गिरफ्तार कर चोरी की ७५ बाइक जब्त की है। यह कम अवधि में बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।
इन वारदातों में भी मिली सफलता-
मार्च माह में यहां एटीएम से १७ लाख रुपए की चोरी हुई। कोई सुराग अपराधियों ने नहीं छोड़ा था। सीसीटीवी में भी धुंधली तस्वीर थी। फिर साइबर सेल और एक्सपटर््स ने काम शुरु किया। एक एक कर ९ आरोपियों की पहचान कर ली। तकनीक से इस्तेमाल से हरियाणा के खतरनाक इलाकों में जाकर कुख्यात मेवाती गिरोह के ४ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। गिरोह ने मप्र के अलावा महाराष्ट्र, तमिलनाडु, छत्तीसगढ़, केरल, राजस्थान, दिल्ली पुलिस की नाक में दम कर रखा था।
हाल ही में बैंक लूट की कोशिश करने वाले गिरोह के सदस्यों की भी शिनाख्त तत्परता से पुलिस ने कर ली।