scriptचुनाव के दौरान राजस्थान-मप्र की सीमा पर निगरानी के लिए रहेंगे यह खास इंतजाम | latest election news mp neemuch | Patrika News

चुनाव के दौरान राजस्थान-मप्र की सीमा पर निगरानी के लिए रहेंगे यह खास इंतजाम

locationनीमचPublished: Aug 21, 2018 11:38:59 pm

Submitted by:

harinath dwivedi

– बार्डर मीटिंग में तय की रणनीति- मप्र-राजस्थान की पुलिस चलाएगी संयुक्त अभियान

chhindwara

mp vidhansabha chunav kab hain

नीमच. राजस्थान और मध्यप्रदेश के सीमावर्ती क्षेत्रों में चुनाव के दौरान खास सतर्कता बरतनी होती है। चुनाव को प्रभावित करने वाली कई गतिविधियां बार्डर के इस पार से उस पार हो जाती है। मादक पदार्थों की तस्करी और अवैध हथियारों की खेप आने का खतरा भी इस सीमा पर ज्यादा होता है। तमाम संभावनाओं को देखते हुए दोनो राज्यों की पुलिस और प्रशासन अभी से तैयारी में जुट गया है। मंगलवार को हुई बार्डर मीटिंग में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।
१२ स्थानों पर चेक पोस्ट और सीसीटीवी कैमरे-
बैठक में नीमच, मंदसौर और राजस्थान के प्रतापगढ़, चित्तौडग़ढ़, भीलवाड़ा जिलों के पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारी शामिल हुए। बैठक में तय किया गया कि पांच जिलों के बीच जहां पर भी राजस्थान और मध्यप्रदेश के बीच प्रमुख मार्गों पर १२ चिन्हित स्थानों पर चेक पोस्ट बनाई जाएगी। सीमाएं सील करने के दौरान इन चेकपोस्ट पर अत्याधुनिक सीसीटीवी कैमरे से निगरानी रखी जाएगी। जिनका कंट्रोल दोनो तरफ होगा। सीमावर्ती क्षेत्रों में वाहनों एवं प्रत्येक व्यक्ति की चुनाव के दौरान आवाजाही पर निगरानी रखी जाएगी। अपराधियों पर लगाम, अवैध हथियारों और शराब, मादक पदार्थों की तस्करी पर रोक के साथ ही चुनाव प्रभावित करने वाली आपराधिक गतिविधियों पर रोक लगाई जा सकेगी। नगद राशि या मतदाताओं को प्रभावित करने वाली कोई भी सामग्री की आवाजाही पर पूरी तरह रोक लगाई जाएगी। दोनो राज्यों के सीमावर्ती क्षेत्रों में संयुक्त टीमें गश्त करेंगी।
सीमावर्ती मतदान केंद्रों पर निगरानी-
मप्र और राजस्थान के सीमावर्ती गावों के मतदान केंद्रों की सूचियां अपडेट की गई है। इन मतदान केंद्रों पर एक दूसरे की सीमा से लोगों का प्रवेश या मतदान प्रभावित करने जैसी स्थिति न बने इसका खास ध्यान रखा जाएगा। संबंधित थाना क्षेत्रों को यह जिम्मेदारी दी जाएगी। इसके अलावा प्रशासन के अधिकारी भी साझा कार्ययोजना के अनुसार कार्य करेंगे।
अपराधियों की धरपकड़ के लिए संयुक्त मुहिम-
बार्डर मीटिंग के दौरान दोनो राज्यों के पुलिस अधिकारियों ने विभिन्न थाना क्षेत्रों के ऐसे अपराधियों की सूचियों का आदान प्रदान किया जो राजस्थान में वारदात कर मप्र में आकर रहने लगते हैं या मप्र में वारदातें कर राजस्थान में फरारी काटते हैं। नीमच जिले की ओर से १७३ ऐसे अपराधियों की सूची राजस्थान के पुलिस अधिकारियों को सौंपी गई है। जबकि राजस्थान की ओर से भी १५० अपराधियों की सूची दी गई है। दोनो राज्यों के वांछित अपराधियों की धरपकड़ के लिए साझा अभियान चलाया जाएगा। साथ ही सीमावर्ती क्षेत्रों के चिन्हित कंजर, बावरी, कालबेलिया आदि गिरोहों की धरपकड़ की मुहिम चलाई जाएगी। प्रत्येक गतिविधि की त्वरित सूचना के आदान प्रदान के लिए बार्डर पुलिस वॉट्स अप गुप बनाया गया है। जिसमें दोनो सीमाओं के जिलों के प्रशासन और पुलिस के अधिकारी शामिल किए गए हैं।
बैठक में नीमच कलेक्टर राकेशकुमार श्रीवास्तव, मंदसौर कलेक्टर ओपी श्रीवास्तव, नीमच एसपी टीके विद्यार्थी, मंदसौर एसपी मनोजकुमार सिंह, प्रतापगढ़ एसपी शिवराज, चित्तौड़ और भीलवाड़ा के एएसपी सहित विभिन्न जिलों के पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौजूद रहे।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो