इस बार चुनाव में तस्करों के मंसूबे नहीं हो पाएंगे कामयाब
नीमचPublished: Sep 14, 2018 10:57:11 pm
– पुलिस ने बनाया यह एक्शन प्लान- आई जी राकेशकुमार गुप्ता ने बताई योजना
इन दिनों जिले में अफीम फसल पूरे यौवन पर है।
नीमच. मालवा में चुनावों के दौरान तस्करों के खेल जगजाहिर हैं। उम्मीदवारों के लिए धनबल जुटाना हो या बाहुबल, तस्करों की ऐसे मामलों में बड़ी भूमिकाएं सामने आती रही है। नीमच, मंदसौर और रतलाम जिले प्रमुख अफीम उत्पादक क्षेत्र हैं ऐसे में यहा राजनीति में तस्करों की प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष भूमिकाएं देखने में आती रही हैं। लेकिन इस बार पुलिस ने ऐसा कुछ खास प्लान बनाया है जिससे तस्करों के मंसूबों पर पानी फिरेगा।
शुक्रवार को नीमच आए उज्जैन संभाग आईजी राकेशकुमार गुप्ता ने पत्रिका से विशेष चर्चा में यह जानकारी दी। उन्होने बताया कि मोस्ट वांटेड अपराधियों और फरार वारंटियों को सूचीबद्ध कर लिया गया है। खासतौर से मादक पदार्थों की तस्करी से जुड़े अपराधियों और संदिग्धों का भी डाटा तैयार किया गया है। इस बात पर खास ध्यान दिया जा रहा है कि तस्करों का पैसा किसी भी स्थिति में चुनावों में इस्तेमाल न होने पाए। राजस्व, नारकोटिक्स की भी इसमें मदद ली जा रही है। सर्विलांस सिस्टम सहित कई तकनीकी व्यवस्थाएं सुक्ष्म निगरानी के लिए की गई है। सफेमा की कार्रवाई भी इसी का एक हिस्सा है। तस्करी या अवैध रूप से अर्जित की गई राशि या संपत्ति से संबंधित किसी भी शिकायत को अधिक गंभीरता से लिया जाएगा। इसके लिए भी अलग व्यवस्था की गई है। अंतर्राज्यीय अपराधियों की सूचियों का आदान प्रदान कर लिया गया है। इनमें तस्कर भी शामिल हैं।
उन्होने बताया कि चुनाव के दौरान लाइसेंसी हथियार शतप्रतिशत जमा किए जाएंगे। निर्वाचन के दौरान एसएसटी के साथ सीसीटीवी कैमरे भी होंगे। चुनाव के दौरान हर कार्रवाई की विडियोग्राफी करवाई जाएगी। बार्डर इलाके के थाने भी सीसीटीवी कैमरों से लैस होंगे।
वारंटियों की धरपकड़ के बारे एक-एक से अलग-अलग बात-
आईजी राकेशकुमार गुप्ता ने शुक्रवार को नीमच प्रवास के दौरान थानों और पुलिस कार्यालयों का निरीक्षण किया। केंट थाने में निरीक्षण के दौरान उन्होने पहले टीआई और अधिकारियों से बातचीत की। इसके बाद विशेष तौर पर फरार अपराधियों और वारंटियों की धरपकड़ को लेकर अधिकारी और इस कार्रवाई के जिम्मेदार पुसिकर्मियों से एक-एक कर चर्चा की। सभी को निर्देश दिए गए कि चुनाव के पहले वांछित अपराधियों की शतप्रतिशत गिरफ्तारी का लक्ष्य है। पुलिसकर्मियों से यह भी पूछा गया कि वे स्वयं कब तक कितनी कार्रवाई कर लेंगे। इस प्रक्रिया की मॉनिटरिंग भी होगी। इसके बाद आईजी ने सिटी थाने का निरीक्षण किया जहां पर भी कार्रवाइयों के बारे में एक-एक पुलिसकर्मी से चर्चा की। आईजी ने एसपी ऑफिस, सीसीटीवी कंट्रोल रूम, डीआरपी लाइन का निरीक्षण किया। इसके बाद वे मंदसौर के लिए रवाना हो गए। इस बीच जिले की कानून व्यवस्था की स्थिति और विभिन्न कार्रवाइयों के बारे में आईजी गुप्ता ने समीक्षा बैठक की। निरीक्षण एवं बैठक में एसपी तुषारकांत विद्यार्थी, एएसपी जितेंद्रसिंह पंवार, सीएसपी नरेंद्रसिंह सौलंकी सहित अधिकारीगण उपस्थित थे।