scriptLetest Crime News यहां पंचायत सचिव की जेब में जबरन डाले गए 10 हजार रुपए! | Letest Crime News In Hindi Neemuch | Patrika News

Letest Crime News यहां पंचायत सचिव की जेब में जबरन डाले गए 10 हजार रुपए!

locationनीमचPublished: Apr 25, 2019 01:22:48 pm

Submitted by:

Mukesh Sharaiya

बाद में सच्चाई पता चली तो सचिव के पैरों तले से खिसक गई जमीन

Letest Crime News In Hindi Neemuch

रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़े जाने के बाद आरोपी बयान दर्ज करते हुए लोकायुक्त टीम के सदस्य।

नीमच. यहां ऐसा कुछ हुआ जिसके बार में ग्राम पंचायत सचिव ने सपने में भी नहीं सोचा होगा। एक व्यक्ति पास आया और सचिव की जेब में डाल दी रुपयों की गड्डी। कुछ देर बाद ऐसी घटना हुई कि उसे देख पंचायत सचिव के पैरों तले की जमीन खिसक गई। उसने कल्पना भी नहीं की थी कि ऐसा कुछ उसके साथ भी हो सकता है।

जमीन की जानकारी देने मांगी थी रिश्वत
जावद तहसील की ग्राम पंचायत उम्मेदपुरा के सचिव मोहननाथ पिता गोकुलनाथ योगी को ग्राम पंचायत की जमीन के मामले में जानकारी देने की एवज में 10 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए लोकायुक्त पुलिस ने तहसील कार्यालय के समीप से रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। लोकायुक्त उप पुलिस अधीक्षक शैलेन्द्रसिंह ठाकुर ने बताया कि न्यू इंदिरा नगर नीमच निवासी मोहम्मद हारुन पिता पीर मोहम्मद की ग्राम उम्मेदपुरा में पैतृक जमीन है। इसकी जानकारी हारून द्वारा सूचना के अधिकार के तहत मांगी गई थी। पंचायत सचिव द्वारा सही जानकारी नहीं दी जा रही थी। सही जानकारी देने के एवज में सचिव द्वारा 10 हजार रुपए की रिश्वत की मांग की गई थी।

हाथ धुलाते ही पानी हो गया गुलाबी
ग्राम पंचायत सचिव द्वारा रिश्वत मांगने की शिकायत मोहम्मद हारुन द्वारा लोकायुक्त पुलिस को की गई थी। शिकायत के आधार पर लोकायुक्त पुलिस द्वारा बुधवार को तहसील कार्यालय के समीप योजना अनुसार कार्रवाई की गई। जैसे की हारुन ने सविच मोहननाथ को रुपए दिए लोकायुक्त टीम ने उसे पकड़ लिया। उसकी जेब से दस हजार रुपए बरामद किए। बाद में पानी में उसके हाथ धुलाए गए तो पानी का रंग गुलाबी हो गया। लोकायुक्त टीम ने रुपयों में केमिकल लगा रखा था। मोहननाथ ने रुपए गिने थे। इस कारण उसके हाथों में केमिकल लग गया था। बाद में हाथ धुलाने पर इस बात की पुष्टि हो गई थी कि जो नोट लोकायुक्त टीम ने मोहम्मद हारुन को सचिव को देने के लिए दिए थे वो ही नोट सचिव से बरामद किए गए। इससे रिश्वत लेने की पुष्टि भी हो गई। लोकायुक्त टीम ने सचिव के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम 1988 संशोधित 2018 की धारा 7 के प्रकरण दर्ज किया है। बाद में आरोपी को जमानत पर रिहा कर दिया गया। इस कार्रवाई में निरीक्षक दिनेश रावत, ईश्वर चंदना, मोहम्मद काशिफ, हितेश ललावत, सहायक ग्रेड द्वितीय अशोक खत्री व चालक कमल पटेल का भी सहयोग रहा।

25 हजार की करी थी मांग, 10 हजार में माना
मैंने आरटीआई के तहत ग्राम पंचायत सचिव से मेरी जमीन के संबंध में जानकार मांगी थी। किन्तु मुझे वास्तविक जानकारी नहीं देते हुए गुमराह किया जा रहा था। इसके चलते मैं काफी परेशान हो गया था। जब मैंने इस संबंध में सचिव से बात की तो उसने 25 हजार रुपए की मांग की थी। बाद में 10 हजार रुपए में मान गया था। इसकी शिकायत मैंने लोकायुक्त उज्जैन को की थी। वहां से जो निर्देश मिले थे उसके बाद बुधवार को मैंने ग्राम पंचायत उम्मेदपुरा के सचिव को 10 हजार रुपए दिए। जैसे ही मैंने सचिव को रुपए दिए कुछ ही देर में लोकायुक्त टीम ने सचिव को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।
– मोहम्मद हारुन, शिकायतकर्ता

मेरी जेब में जबरन रुपए डाले
जमीन का मामला था। अपने स्तर का नहीं है। मैं जनपद में जा रहा था वहां संगठन के चुनाव थे। रास्ते में मेरे पास आकर मोहम्मद हारुन ने जबरन मेरी जेब में रुपए डाल दिए। मैंने मना किया तब भी मेरी जेब में रुपए डाल दिए। कुछ देर बाद एक साहब आए और पकड़ लिया। पूरी जानकारी नहीं है कि मुझे क्यों पकड़ा।
– मोहननाथ योगी, पंचायत सचिव उम्मेदपुरा
रिश्वत की राशि लेते रंगे हाथ किया गिरफ्तार
लोक सूचना अधिकार के तहत जानकारी मांगी है। ग्राम पंचायत सचिव मोहननाथ योगी जानकारी पूरी नहीं दे रहे हैं। पूरी जानकारी देने के पैसे मांग रहे हैं। इस शिकायत पर कार्रवाई करते हुए आरोपी ग्राम पंचायत सचिव को रिश्वत की राशि लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा।
– शैलेंद्रसिंह ठाकुर, डीएसपी लोकायुक्त उज्जैन
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो