एक घंटे की मशक्कत के बाद पकड़ाया मगरमच्छ
मनासा क्षेत्र के फारेस्ट रेंजर पन्नालाल रायकुंवर ने बताया कि सोमवार सुबह करीब 9 बजे सूचना मिली थी कि मनासा तहसील के अंतिम छोर पर स्थित ग्राम तूमड़ा में एक खेत में मगरमच्छ दिखाई दिया है। सूचना पर वनकर्मी कैलाश डाबर, मांगीलाल प्रजापति और वाहन चालक प्रेमसिंह मौके पर पहुंचे। मगरमच्छ करीब 8 से 10 फीट लम्बा था। नर मगरमच्छ होने की वजह से उसे पकडऩे में काफी मशक्कत करना पड़ी। मगर को पकडऩे में ग्रामीण किसी प्रकार का सहयोग नहीं कर रहे थे। बाद में पटवारी के मौके पर पहुंचने पर दो-तीन ग्रामीणों ने मगरमच्छ को पकडऩे में मदद की। करीब एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद मगरमच्छ पकड़ में आया। झाडिय़ों में होने की वजह से भी उसे पकडऩे में दिक्कत हो रही थी। पहले झाडिय़ों को काटा गया। इसके बाद वन विभाग की टीम और ग्रामीणों ने उसे पकड़ा। रेंजर रायकुंवर ने बताया कि रेतम नदी का पानी सूख गया है। इस कारण मगरमच्छ नदी से बाहर आने लगे हैं। सोमवार को भी रेतम नदी में से ही मगरमच्छ बाहर निकलकर करीब 100 फीट दूर सूखे खेत में पहुंच गया था। समय पर जानकारी मिलने से किसी प्रकार की अनहोनी घटना नहीं हुई।
मनासा क्षेत्र के फारेस्ट रेंजर पन्नालाल रायकुंवर ने बताया कि सोमवार सुबह करीब 9 बजे सूचना मिली थी कि मनासा तहसील के अंतिम छोर पर स्थित ग्राम तूमड़ा में एक खेत में मगरमच्छ दिखाई दिया है। सूचना पर वनकर्मी कैलाश डाबर, मांगीलाल प्रजापति और वाहन चालक प्रेमसिंह मौके पर पहुंचे। मगरमच्छ करीब 8 से 10 फीट लम्बा था। नर मगरमच्छ होने की वजह से उसे पकडऩे में काफी मशक्कत करना पड़ी। मगर को पकडऩे में ग्रामीण किसी प्रकार का सहयोग नहीं कर रहे थे। बाद में पटवारी के मौके पर पहुंचने पर दो-तीन ग्रामीणों ने मगरमच्छ को पकडऩे में मदद की। करीब एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद मगरमच्छ पकड़ में आया। झाडिय़ों में होने की वजह से भी उसे पकडऩे में दिक्कत हो रही थी। पहले झाडिय़ों को काटा गया। इसके बाद वन विभाग की टीम और ग्रामीणों ने उसे पकड़ा। रेंजर रायकुंवर ने बताया कि रेतम नदी का पानी सूख गया है। इस कारण मगरमच्छ नदी से बाहर आने लगे हैं। सोमवार को भी रेतम नदी में से ही मगरमच्छ बाहर निकलकर करीब 100 फीट दूर सूखे खेत में पहुंच गया था। समय पर जानकारी मिलने से किसी प्रकार की अनहोनी घटना नहीं हुई।
150 किलोग्राम होगा वजन
रेतम नदी के सूखने की वजह से मगरमच्छ बाहर निकलकर आने लगे हैं। सोमवार सुबह सूचना मिलने पर 10 बजे के करीब वन विभाग की टीम ग्राम तूमड़ा पहुंच गई थी। जिस मगरमच्छ को पकड़ा है उसका वजन करीब 150 किलोग्राम होगा। अधिक वजन और लम्बाई होने की वजह से उसे पकडऩे में काफी मशक्कत करना पड़ी। मगरमच्छ को पकड़कर गांधी सागर के बेकवाटर क्षेत्र में छोड़ा गया है।
– पन्नालाल रायकुंवर, फारेस्ट रेंजर
रेतम नदी के सूखने की वजह से मगरमच्छ बाहर निकलकर आने लगे हैं। सोमवार सुबह सूचना मिलने पर 10 बजे के करीब वन विभाग की टीम ग्राम तूमड़ा पहुंच गई थी। जिस मगरमच्छ को पकड़ा है उसका वजन करीब 150 किलोग्राम होगा। अधिक वजन और लम्बाई होने की वजह से उसे पकडऩे में काफी मशक्कत करना पड़ी। मगरमच्छ को पकड़कर गांधी सागर के बेकवाटर क्षेत्र में छोड़ा गया है।
– पन्नालाल रायकुंवर, फारेस्ट रेंजर