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Farmer News किसानों को 2 लाख तक भुगतान करने में फंसा हुआ है पेच

locationनीमचPublished: Jun 04, 2019 01:48:03 pm

Submitted by:

Mukesh Sharaiya

आईटी जांच के लिए किसानों के दस्तावेज रखने को लेकर फंसा है पेंच

Letest Farmer News In Hindi Neemuch

मंडी में सोमवार को रही गेहूं की बम्पर आवक।

नीमच. भले प्रदेश शासन ने किसानों को २ लाख रुपए तक नकद भुगतान के आदेश जारी कर दिए हो, लेकिन स्थिति स्पष्ट नहीं होने से अब भी इसमें बड़ा पेंच फंसा है। व्यापारियों का स्पष्ट मत है कि हमें 2 लाख तक नकद राशि देने में कोई परेशानी नहीं है, लेकिन खरीदी से संबंधित दस्तावेज संभाल कर नहीं रख सकते। मजे की बात तो यह है कि आयकर विभाग भी 2 लाख तक भुगतान करने की सहमति तो दे रहा है, लेकिन आगामी 5 साल तक उपज खरीदी के दस्तावेज संभालकर रखने का भी कह रहा है।
आईटी के डर से नहीं कर रहे नकद भुगतान
मंडी व्यापारियों के सामने नकद खरीदी में सबसे बड़ी समस्या किसान का रिकार्ड संभालकर रखने की है। आयकर विभाग ने सख्त हिदायत दे रखी है कि कोई भी व्यापारी किसान से नकद खरीदी करता है तो वो किसान के खसरा-खाते और बी वन की नकद संभाल कर रखे। जब भी आयकर विभाग किसान से की गई खरीदी के संबंध में दस्तावेज मांगे व्यापारी उसे प्रस्तुत करे। इस सख्त नियम के चलते ही व्यापारी किसानों से 2 लाख रुपए तक की खरीदी करने से गुरेज कर रहे हैं। व्यापारियों का स्पष्ट मत है कि मंडी में जो भी व्यक्ति उपज बेचने आता है वो उनकी नजर में एक किसान है। अब व्यापारी क्यों किसी व्यक्ति का रिकार्ड संभालकर रखे। आयकर विभाग भी दोरही नीति अपना रहा है। एक ओर 2 लाख तक नकद भुगतान की बात कर रहा है तो दूसरी ओर व्यापारियों से किसान का रिकार्ड संभालकर रखने ही हिदायत भी दे रहा है। इसको लेकर ही शासन के आदेश के बाद भी 2 लाख रुपए तक नकद भुगतान को लेकर पेंच फंसा हुआ है।
कुछ व्यापारी कर रहे 2 लाख तक भुगतान
कृषि उपज मंडी नीमच में 90 फीसदी तक किसानों को नकद भुगतान किया जाता है। यहां ऐसे भी व्यापारी हैं जो किसानों को 2 लाख रुपए तक नकद भुगतान कर रहे हैं। इन व्यापारियों के पास जिस किसान से उपज खरीदी है उनका पूरा रिकार्ड रखने की व्यवस्था है। इसके चलते उन्हें 4-5 साल तक किसान का रिकार्ड रखने में किसी प्रकार की परेशानी नहीं होती। अन्य व्यापारियों के पास ऐसी व्यवस्था नहीं है इसके चलते वे मात्र 50 हजार रुपए तक की ही नकद खरीदी किसानों से कर रहे हैं। करीब ड़ेढ साल पहले रतलाम में आयकर आयुक्त ने व्यापारियों की बैठक आहूत की थी। बैठक में व्यापारियों से आयुक्त ने कहा था कि वे 2 लाख रुपए तक भुगतान किसानों को करें, लेकिन किसानों के दस्तावेज संभाल कर भी रखें। व्यापारियों ने तब भी इसका समर्थन नहीं किया था। इसको लेकर आज भी पेंच फंसा हुआ है।
नीमच में निकाल लिया है विकल्प
कृषि उपज मंडी में किसानों को उनकी उपज का नकद ही भुगतान किया जाता है। यही प्रमुख वजह है कि यहां हजारों किलोमीटर दूर से किसान अपनी उपज बेचने आते हैं। व्यापारियों ने किसानों को उनकी उपज का नकद भुगतान करने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था कर ली है। जो किसान मंडी में उपज लेकर आता है उससे उसकी उपज के इस मान से ढेर लगवा लिए जाते हैं जिससे एक ढेर का भुगतान 50 हजार रुपए के अंदर हो जाए। इससे किसान को भी परेशानी नहीं होती और न ही व्यापारी को किसान को हिसाब किताब ही रखना पड़ता है।
किसानों के हित में होगा निर्णय
किसानों को २ लाख रुपए तक की उपज का नकद भुगतान करने का शासन का निर्णय काफी अच्छा है। इससे किसानों को काफी लाभ होगा। यह निर्णय किसानों के हित में होगा। इससे दूरस्थ क्षेत्रों से आने वाले किसानों को काफी सुविधा होगी।
– पुखराज पारेथा, उम्मेदपुरा
अब अधिक ढेर नहीं लगाना पड़ेंगे
किसानों को अब तक 50 हजार रुपए तक का ही नकद भुगतान किया जाता है। नई व्यवस्था से किसानों को एकमुश्त बड़ी राशि मिलेगी तो फायदा ही होगा। होता यह है कि यदि किसान ज्यादा माल लेकर आता है तो उसे नकद भुगतान के लिए दो या तीन या इससे अधिक ढेर बनाने पड़ते हैं। नई व्यवस्था से इस समस्या से छुटकारा मिल जाएगा।
– रमेशचंद्र लोधा, झालावाड़ राजस्थान
औषधीय जिंस के किसानों को होगा लाभ
शासन के नए निर्णय से कलोंजी, धनिया, तुलसीबीज आदि के किसानों को लाभ होगा। इन जिंसों में किसानों को बड़ी राशि मिलती है, लेकिन 50 हजार तक की नकद लिमिट होने से अब किसानों को 2 लाख रुपए तक मिल सकेंगे।
– बालचंद लोधा, झालावाड़ राजस्थान
एक ढेर में ही हो जाएगा भुगतान
मैं आज मंडी में पोस्ता लेकर आया था। 59 हजार 500 रुपए के दाम पर पोस्ता बिका। अब तक मैं जो माल लेकर आता था उसके मुझे नकद भुगतान के लिए दो से तीन ढेर बनाना पड़ते थे। नई व्यवस्था से अब एक ही ढेर में राशि का भुगतान हो जाएगा। खर्चा भी कम होगा।
– आशीष वियजवर्गीय, जावदा लीमड़ी राजस्थान
अब तक अंतिम निर्णय नहीं हुआ
आज से प्रदेश शासन ने किसानों को 2 लाख रुपए नकद भुगतान करने की व्यवस्था लागू तो की है, लेकिन स्थिति पूरी तरह स्पष्ट नहीं है। इस संबंध में उज्जैन और देवास सम्पर्क भी किया है। नीमच मंडी में नकद भुगतान को लेकर किसी प्रकार की समस्या नहीं है। नीमच मंडी में तो कुछ व्यापारी आज भी किसानों को 2 लाख रुपए तक नकद भुगतान कर रहे हैं। नकद भुगतान के संबंध में व्यापारी संघ नीमच ने सीबीडीटी दिल्ली के उच्चाधिकारियों को पत्र भी लिखा था, लेकिन आज तक इसका कोई जवाब नहीं आया। मंडी प्रशासन लिखकर देने को तैयार है कि मंडी में जो भी उपज बेचने आता है वो किसान है। इसके बाद स्थिति स्पष्ट साफ हो जाएगी। अभी लिखित में कुछ नहीं मिला है।
– राजेंद्र खंडेलवाल, सचिव व्यापारी संघ

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