ऐसा क्या हुआ कि व्याख्याता मांगेंगे ‘इच्छा मृत्यु’
नीमचPublished: Aug 30, 2018 11:59:22 pm
राष्ट्रपति और राज्यपाल से लगाएंगे इच्छा मृत्यु की गुहार
नीमच. अब तक तो सब कुछ ठीक चल रहा था। अचानक गुरुवार से प्रदेश के सैंकड़ों व्याख्यता हड़ताल पर चले गए। कलम बंद हड़ताल के चलते शैक्षणिक कार्य पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। अब तो व्याख्याताओं ने एक और घोषणा कर दी कि जिसे जिसने भी सुना सहसा विश्वास नहीं हुआ।
पॉलिटेक्निक कॉलेज की व्याख्याताओं ने गुरुवार को अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन नायब तहसीलदार जाबिर हुसैन को सौंपा। ज्ञापन में माध्यम से शासन प्रशासन को अवगत कराया है कि यदि 5 सितंबर तक मांगे नहीं मानी तो इच्छा मृत्यु के लिए आवेदन सौंपा जाएगा। पॉलिटेक्निक अतिथि व्याख्याता संघ के बैनर तले गुरुवार को व्याख्याताओं ने पहले पॉलिटेक्निक कॉजेल के समाने विरोध प्रदर्शन किया। इसके बाद सभी व्याख्याता कलेक्टोरेट पहुंचे। यहां भी व्याख्याताओं ने विरोध प्रदर्शन किया। संघ की जिला संयोजिका किरण महावर ने बताया कि गुरुवार को हमने अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन के माध्यम से अवगत कराया गया है मांगों के समर्थन में सभी अतिथि व्याख्याता सात सिंतबर तक हड़ताल पर रहेंगे। इस दौरान शैक्षणिक कार्य नहीं किया जाएगा। इस दरमियान शासन स्तर पर कोई निर्देश प्राप्त होते हैं तो अतिथि व्याख्याता शैक्षणिक कार्य के लिए उपस्थित होंगे। महावर ने बताया कि यदि पांच सिंतबर तक मांगों पर किसी प्रकार निर्णय नहीं लिया जाता है तो राष्ट्रपति और राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपकर इच्छामृत्यु की मांग की जाएगी। उन्होंने बताया कि अतिथि व्याख्याताओं के लिए तीन वर्ष संविदा एवं तीस हजार प्रति माह वेतन लागू कर दिया गया है। इसका लाभ नहीं दिया जा रहा है। इसके विरोध में ही प्रदेश स्तर पर 29 अगस्त से 7 सिंतंबर तक कलम बंद हड़ताल करने का निर्णय लिया गया है। ज्ञापन देते समय वंदना सांवलिया, किरण राठोर, समिता पुरोहित, दिव्या बिलवाल, किरण महावर, हेमलता पारीक, नेहा शर्मा, पूजा शर्मा, परमानंद पंवार उपस्थित थीं।