नीमच. मध्यम वर्ग के लिए डेढ़ लाख रुपए कीमत की साड़ी खरीदना सपने के समान है। लेकिन उसे देखना खुशी की बात। ये लोग नीमच शहरवासियों के लिए इतनी अच्छी खबर लेकर आए हैं कि अब कोई भी डेढ़ लाख रुपए की साड़ी खरीद भले न सके, लेकिन उनके यहां जाकर देख तो सकता ही है।
यहां देख सकते हैं एक लाख के गणेशजी
जिला मुख्यालय पर मध्यप्रदेश हस्तशिल्प एवं हाथकरघा विकास निगम द्वारा रोटरी सामुदायिक भवन पर लगाई गई प्रदर्शनी में बेसकीमती सामग्री बिकने आई है। प्रदर्शन में डेढ़ लाख रुपए की एक साड़ी और एक लाख रुपए मूल्य की श्रीगणेश प्रतिमा बचने के लिए रखी गई है। मध्यप्रदेश हस्तशिल्प एवं हाथकरघा विकास निगम के प्रबंधक एमएल शर्मा ने बताया कि गोमाबाई रोड स्थित रोटरी सामुदायिक भवन पर लगने वाली प्रदर्शनी में एक एक आकर्षक सामग्री बेचने के लिए रखी गई है। सबके आकर्षण का केंद्र चंदेरी सिल्क की साड़ी है। एक साड़ी की कीमत एक लाख ५४ हजार ८०० रुपए है। इस साड़ी को बनाने में दो लोग एकसाथ लगते हैं। एक साड़ी ५० से ५५ दिन में बनकर तैयार होती है। इस साड़ी विशेषता यह है कि इसे बनाने में उपयोग किया जाने वाला धागा बाल से भी बारीक होता है। सोने और चांदी के तार का बारीक काम इस साड़ी पर किया जाता है। साथ ही जुगनू बूटी से साड़ी सजाई जाती है। यहां प्रदर्शनी में आशाराम अहीरवार और जब्बार खान यह साड़ी लेकर आए हैं। प्रबंधक शर्मा ने बताया कि प्रदर्शनी में श्रीगणेश की आकर्षक प्रतिमाएं भी लाई गई है। पंचधातु से बनीं इन प्रतिमाओं की विशेषता यह है कि यह सोना, चांदी, तांबा, पीतल और कस्कूट मिलाकर बनाई गई हैं। टीकमगढ़ जिले के रामस्वरूप सोनी को इनकी इस विलक्षण प्रतिभा के लिए वर्ष २००७ में राष्ट्रपति पुरस्कार भी मिल चुका है। सोनी बड़ी संख्या में ऐसी प्रतिमाएं लेकर आए हैं।
लोगों को सच्चाई से अवगत कराना उद्देश्य
मध्यप्रदेश हस्तशिल्प एवं हाथकरघा विकास निगम के द्वारा नीमच में जो प्रदर्शनी लगाई गई इसका मुख्य उद्देश्य यह है लोगों को उच्च गुणवत्ता की वस्तुएं देखने को मिले। लोगों को असली और नकली का भी ज्ञान हो। नीमच में रोटरी सामुदायिक भवन पर २३ सितंबर तक प्रदर्शनी चलेगी।
– एमएल शर्मा, प्रबंधक मध्यप्रदेश शासन हस्तशिल्प एवं हाथकरघा विकास निगम
यहां देख सकते हैं एक लाख के गणेशजी
जिला मुख्यालय पर मध्यप्रदेश हस्तशिल्प एवं हाथकरघा विकास निगम द्वारा रोटरी सामुदायिक भवन पर लगाई गई प्रदर्शनी में बेसकीमती सामग्री बिकने आई है। प्रदर्शन में डेढ़ लाख रुपए की एक साड़ी और एक लाख रुपए मूल्य की श्रीगणेश प्रतिमा बचने के लिए रखी गई है। मध्यप्रदेश हस्तशिल्प एवं हाथकरघा विकास निगम के प्रबंधक एमएल शर्मा ने बताया कि गोमाबाई रोड स्थित रोटरी सामुदायिक भवन पर लगने वाली प्रदर्शनी में एक एक आकर्षक सामग्री बेचने के लिए रखी गई है। सबके आकर्षण का केंद्र चंदेरी सिल्क की साड़ी है। एक साड़ी की कीमत एक लाख ५४ हजार ८०० रुपए है। इस साड़ी को बनाने में दो लोग एकसाथ लगते हैं। एक साड़ी ५० से ५५ दिन में बनकर तैयार होती है। इस साड़ी विशेषता यह है कि इसे बनाने में उपयोग किया जाने वाला धागा बाल से भी बारीक होता है। सोने और चांदी के तार का बारीक काम इस साड़ी पर किया जाता है। साथ ही जुगनू बूटी से साड़ी सजाई जाती है। यहां प्रदर्शनी में आशाराम अहीरवार और जब्बार खान यह साड़ी लेकर आए हैं। प्रबंधक शर्मा ने बताया कि प्रदर्शनी में श्रीगणेश की आकर्षक प्रतिमाएं भी लाई गई है। पंचधातु से बनीं इन प्रतिमाओं की विशेषता यह है कि यह सोना, चांदी, तांबा, पीतल और कस्कूट मिलाकर बनाई गई हैं। टीकमगढ़ जिले के रामस्वरूप सोनी को इनकी इस विलक्षण प्रतिभा के लिए वर्ष २००७ में राष्ट्रपति पुरस्कार भी मिल चुका है। सोनी बड़ी संख्या में ऐसी प्रतिमाएं लेकर आए हैं।
लोगों को सच्चाई से अवगत कराना उद्देश्य
मध्यप्रदेश हस्तशिल्प एवं हाथकरघा विकास निगम के द्वारा नीमच में जो प्रदर्शनी लगाई गई इसका मुख्य उद्देश्य यह है लोगों को उच्च गुणवत्ता की वस्तुएं देखने को मिले। लोगों को असली और नकली का भी ज्ञान हो। नीमच में रोटरी सामुदायिक भवन पर २३ सितंबर तक प्रदर्शनी चलेगी।
– एमएल शर्मा, प्रबंधक मध्यप्रदेश शासन हस्तशिल्प एवं हाथकरघा विकास निगम