अब ऐसा क्या हुआ कि एक बार फिर महिलाएं उतरेंगे सड़क पर
नीमचPublished: Oct 03, 2018 11:14:21 pm
इसी साल 20 दिन तक महिलाएं कर चुकी हैं प्रदर्शन
इस तरह घरों पर बांधे गए हैं मतदान का बहिष्कार के बैनर।
नीमच. ऐसी क्या वजह बनती जा रही है कि अब पुरूषों की बजाय महिलाओं को मोर्चा संभालना पड़ रहा है। ऐसा ही कुछ एक बार फिर होता नजर आ रहा है। इस बार भी महिलाओं ने ही कमान संभालने का निर्णय लिया है। इतना ही नहीं इस बार आर पार की लड़ाई का मानस बनाया है।
यहां पढ़ें क्या हुआ कि महिलाए आईं आगे
जिला मुख्यालय से लगी ग्राम पंचायत धनेरियाकलां के अंतर्गत आने वाली राम अवतार कॉलोनी, रिटायर्ड कॉलोनी, गायत्री नगर, गुमास्ता कॉलोनी, जायसवाल कॉलोनी और गोपी कॉलोनी के रहवासियों ने विधानसभा चुनाव में मतदान का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है। विरोध स्वरूप लोगों ने अपने घरों पर ‘मतदान का बहिष्कार वैध नहीं तो वोट नहींÓ के बैनर टांग दिए हैं। यहां तक कि सड़क पर भी बैनर टांगे गए हैं। बुधवार को कॉलोनी की महिला पुरूषों ने जनप्रतिनिधियों और जिला प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। क्षेत्रवासियों का कहना था कि इन छह कॉलोनियों में कुल ६५०० लोग निवास करते हैं। यहां करीब २५०० मतदाता है। २५-३० साल हो गए हैं कॉलोनी बसे, लेकिन आज तक न तो कॉलोनी का वैध किया गया और न ही मूलभूत सुविधाएं भी उपलब्ध कराई गई हैं। कॉलोनियों में न नाली है न सड़क। स्ट्रीट लाइट भी नहीं है। रात में महिलाओं का घरों से बाहर निकलना तक दुश्वार हो गया है। हालात इतने बदतर हैं कि लोगों ने अपने घरों के बाहर गड्ढे खोद रखे हैं। इन गड्ढों में दिनभर घर का गंदा पानी जमा होता है। सुबह जब परिवार का अंतिम सदस्य नहाने जाता है तो पहले गड्ढे को साफ कर करीब ४०० मीटर दूर गंदगी फेंकने जाता है। यह इन कॉलोनीवासियों की दिनचर्या में शामिल हो गया है। नारकीय जीवन जी रहे हैं इन क्षेत्र के रहवासी।
आज महिलाएं लेंगे बहिष्कार की शपथ
क्षेत्र की महिलाओं का कहना है कि मूलभूत सुविधाओं और कॉलोनियों को वैध करने की मांग को लेकर इसी साल जनवरी फरवरी में लगातार २० दिनों तक धरना प्रदर्शन किया था। तब जिला पंचायत सीईओ, जिला पंचायत अध्यक्ष सहित अन्य जनप्रतिनिधि और प्रशासनिक अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर आश्वासन दिया था कि एक माह में क्षेत्र की समस्याओं को दूर कर दिया जाएगा। यहां तक कि क्षेत्र की महिलाओं ने विधायक दिलीपसिंह परिहार से उनके निवास पर मुलाकात कर उन्हें गुलाब का फूल भेंटकर समस्या हल करने की मांग की थी। आज पूरे ८ महीने बीत गए हैं, लेकिन कॉलोनियों में निकास के नाम पर कुछ नहीं हुआ। दिखावे के लिए अवश्य २० फीट की नाली बनाई गई थी। इसके बाद यह कहकर काम रोक दिया कि हमारे पास बजट नहीं है। जब शासन-प्रशासन के पास हमारे समस्याओं को हल करने के लिए पैसा नहीं है तो हम भी क्यों उनके लिए मतदान करें। गुरुवार शाम ६ बजे सभी कॉलोनी की महिलाएं रिटायर्ड कॉलोनी क्षेत्र में जमा होंगी। यहां आगामी विधानसभा चुनाव में मतदान का बहिष्कार करने की सामूहिक रूप से शपथ लेंगी।
शासन को भेज दिया है प्रस्ताव
जब कॉलोनीवासियों ने प्रदर्शन किया था। उनसे चर्चा की गई थी। चर्चा उपरांत प्रस्ताव बनाकर शासन को भेज दिया गया था। प्रशासन की ओर से कोई काम पेंडिंग नहीं है। मतदान का बहिष्कार करने की जानकारी मुझे नहीं है।
– कमलेश भार्गव, सीईओ जिला पंचायत
कॉलोनीवासियों की करेंगे मदद
हमने अपने स्तर पर जितना संभव हो सकता था उतनी मदद की है। अब सब काम एकसाथ तो संभव नहीं है। फिर भी हम इन कॉलोनीवासियों की पूरी मदद करेंगे।
– दिलीपसिंह परिहार, विधायक