वाहक जनित रोग नियंत्रण के लिए निकली रैली, फिर बताई यह सावधानियां
नीमचPublished: Oct 15, 2019 12:57:31 pm
वाहक जनित रोग नियंत्रण के लिए निकली रैली, फिर बताई यह सावधानियां
वाहक जनित रोग नियंत्रण के लिए निकली रैली, फिर बताई यह सावधानियां
नीमच. राष्ट्रीय वाहक जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया से बचाव के लिए सोमवार को जिला मुख्यालय पर एक जागरूकता रैली का आयोजन किया गया। जिसमें विद्यालय के बच्चों द्वारा नारेबाजी करते हुए उक्त रोगों से दूरी बनाए रखने के लिए शहरवासियों को जागरूक किया। रैली शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय क्रमांक 2 से प्रारंभ होकर पुन: विद्यालय परिसर पहुंचकर सम्पन्न हुई। जहां पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया।
जागरूकता रैली मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एसएस बघेल, प्रभारी प्राचार्य राधेश्याम धाकड़ द्वारा हरी झंडी दिखाकर रवाना की गई। रैली शहर के प्रमुख मार्गों से होकर विद्यालय मैदान में पहुंचकर सम्पन्न हुई। जिसके बाद एक कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें सभी छात्रों को जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. सरिता सिंधारे ने मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया रोगों के बचाव, उनके लक्षण, रोकथाम तथा मच्छर के लार्वा की पहचान और लार्वा नष्ट करने के बारे में विस्तार से बताया। मलेरिया अधिकारी ने बताया की डेंगू मच्छर के लार्वा साफ पानी में पनपते है और अंडे देते है। डेंगू बुखार 2 से 7 दिन में तेज बुखार, सिर दर्द, मांसपेशियों एवं जोड़ो में दर्द, आंखों के पास दर्द, खसरे जैसे चकते हाथों और छाती में हो सकते हैं। मलेरिया मादा एनोफिलिज मच्छर के काटने से होता है। इसके लक्षणों में सर्दी, तेज कपकपी के साथ बुखार, उल्टियां, सिरदर्द, पसीना आकर बुखार आना शामिल है। डेंगू की जांच जिला चिकित्सालय में नि:शुल्क की जाती है। मलेरिया की जांच सभी उपस्वास्थ्य केन्द्रों, प्राथमिक, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर नि:शुल्क की जाती है। इन मच्छरों से बचने के लिए मच्छरदानी का उपयोग करना, आसपास पानी इक_ा नहीं होने दें, मरीज को पसीना उल्टी अथवा दस्त होने पर पानी की कमी न हो इसलिए पर्याप्त मात्रा में पेय, ज्यूस, चावल, पानी, फलों का रस, ओआरएस का घोल आदि देने की सावधानियां और जानकारी बताई।