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प्रदेश की टॉप मंडी में हर दिन छूट रहा 5 हजार बोरी गेहूं का ढेर

locationनीमचPublished: Apr 12, 2019 12:51:53 pm

Submitted by:

Subodh Tripathi

प्रदेश की टॉप मंडी में हर दिन छूट रहा 5 हजार बोरी गेहूं का ढेर

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प्रदेश की टॉप मंडी में हर दिन छूट रहा 5 हजार बोरी गेहूं का ढेर

नीमच. अब तक केवल लहसुन बेचने वाले किसानों को ही मंडी में एक से दो रात गुजारते देखा था, लेकिन इस साल गेहूं के काश्तकारों को भी एक से दो रात गुजारने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। जिसका मुख्य कारण इस बार गेहंू की बंपर आवक होना है। जिसके कारण हर दिन करीब 2 से 5 हजार बोरी गेहूं नीलाम होने से छूट रहा है। जिसका भार अगले दिन पर पड़ रहा है।
कृषि उपज मंडी में हर दिन 20 से 25 हजार बोरी गेहूं की आवक हो रही है। लेकिन नीलाम केवल 15 से 18 हजार बोरी हो पाता है। शेष गेहूं के ढेर अगले दिन के लिए छूट जाते हैं। लेकिन अगले दिन फिर इतनी ही आवक होती है। इस कारण हर दिन 2 से 5 हजार बोरी गेहूं नीलाम होने से छूट जाने के कारण किसानों को मंडी में एक से दो रात गुजारने को मजबूर होना पड़ रहा है। चूकि इस समय शादी ब्याह सहित त्यौहार का समय भी चल रहा है। इस कारण किसान भी काफी संख्या में गेहूं सहित अन्य उपज लेकर पहुंच रहे हैं।
गेहूं के ढेर लगे सभी मंडियों में, रास्तों पर भी गेहूं के ढेर
ऐसा पहली बार हो रहा है। जब गेहंू के ढेर गेहूं मंडी सहित मूंगफली, सोयाबीन, मसाला, दलहन आदि सभी मंडियों तक पहुंच जाते हैं। आश्चर्य की बात तो यह है किसानों द्वारा एक शेड से दूसरे शेड के बीच के रास्तों, मंडी कार्यालय, व्यापारियों के ऑफिस के सामने आदि सभी स्थानों पर गेहूं के ढेर कर दिए जाते हैं। जिसे अनाज मंडी में कहीं पैर रखने की जगह भी नहीं नजर आती है।
गेहंू के गिरे दाम, ऊपर में रह गया २ हजार
जो गेहूं शुरूआत में 2200 से 2300 रुपए क्ंिवटल पहुंच गया था, वह गेहूं ऊपर में मात्र 2 हजार रुपए क्ंिवटल रह गया है। जैसे जैसे आवक बढ़ती जा रही है गेहूं के दामों में गिरावट आती जा रही है। गुरुवार को अधिकतर गेहूं 1650 से 1800 तक बिका। वहीं जो बेहतर किस्म का गेहूं था वह 1800 से 1900 तक बिका, कुछ ही ढेर 2 हजार के पास पहुंच रहे थे। ऐसे में किसान खुद को ठगा सा महसूस कर रहे हैं। लेकिन इस समय किसान को पैसे की आवश्यकता है इस कारण बेचना भी जरूरी है।
मंंै मंगलवार को गेहूं लेकर आ गया था, पहले बाहर खड़ा रहा, बाद में शाम को अंदर प्रवेश मिला तो ढेर करने के बाद नीलामी रूक गई थी। बुधवार को भी नीलाम नहीं हो पाया, आज गुरुवार को गया है। दो रात दो दिन मंडी में गुजारने के बाद आज कहीं गेहूं बिकेगा। गेहूं के दाम काफी गिर गए हैं। वहीं नीलामी भी मात्र ३ बजे तक ही हो रही है।
-कैलाश धाकड़, किसान, नयागांव
हमें गेहूं लेकर आए तीन दिन हो गए हैं। हमारे आसपास के ढेर बिक गए, लेकिन हमारा ढेर नहीं बिका, जब हमने मंडी में पहुंचकर यह बात बताई तो हमें टोकन दिया है। लेकिन टोकन देने के बाद भी बुधवार को नहीं बिका, अब आज तो बिक ही जाना चाहिए, अन्यथा एक रात ओर मंडी में गुजरेगी। यहां नीलामी केवल एक चल रही है जिसे बढ़ाना चाहिए। ताकि जल्दी सभी किसानों का गेहूं बिक सके।
-लाभचंद्र धाकड, किसान, केलूखेड़ा
मंडी में गेहूं की अच्छी आवक हो रही है। वैसे तो अधिकतर गेहूं बिक जाता है। लेकिन जो छूट जाता है उसे दूसरे दिन पहले बिकवाने का प्रयास किया जाता है। बुधवार को टोकन भी बांटे थे, ताकि किसानों को परेशान नहीं होना पड़े। गेहूं में नीलाम भले ही एक चलता है लेकिन फास्ट चलता है। जिसमें पर्ची बनाने वाले तीन चार रहते हैं।
-दिनेशकुमार जैन, मंडी निरीक्षक
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