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ऐसा क्या हो गया था कि भाजपा कार्यकर्ता ने संगठन मंत्री को चप्पल दे मारी

locationनीमचPublished: Nov 04, 2018 09:58:00 pm

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harinath dwivedi

सिटिंग एमएलए ने ऐसा क्यों कहा कि पार्टी ने लिया आत्मघाती निर्णय

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बीजेपी

नीमच. मनासा विधायक कैलाश चावला ने रविवार को आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन में सार्वजनिक मंच से खुलकर माधव मारू की दावेदारी का विरोध किया। जोश जोश में वे मंच से ही जिलाध्यक्ष हेमंत हरित का इस्तीफा भी मांग बैठे। इसके बाद माहौल काफी गरमा गया। हालात इतने बेकाबू हो गए कि विभाग संगठन मंत्री को पदाधिकारियों को बचाकर सम्मेलन स्थल से ले जाना पड़ा। यदि विभाग संगठन मंत्री दौड़ नहीं लगाते तो कार्यकर्ताओं के गुस्से का शिकार बन जाते। अपने विरोध में बुलाए गए सम्मेलन को लेकर माधव मारू ने कहा कि जो विरोध कर रहे हैं वो कांगे्रेसी हैं। भाजपा कार्यकर्ता मेरे साथ हैं।

मारू के विरोध में बुलाया सम्मेलन रहा फ्लाप
शुक्रवार को भाजपा की ओर से नीमच जिले की तीनों विधानसभा सीटों के प्रत्याशियों के नामों की घोषणा कर दी गई थी। मनासा से जैसे ही माधव मारू का नाम सामने आया स्थानीय नेताओं के साथ विधायक कैलाश चावला ने भी विरोध शुरू कर दिया था। यहां तक कि मनासा स्थित भाजपा कार्यालय पर ताले तक जड़ दिए गए थे। मारू के विरोध में रविवार को मनासा में कार्यकर्ता सम्मेलन में भी आहूत करने की घोषणा कर दी गई थी। यह कहा गया था कि 4 से 5 हजार कार्यकर्ता सम्मेलन में पहुंचेंगे। चौकाने वाली बात यह सामने आई थी कि जिलाध्यक्ष हेमंत हरित ने सम्मेलन बुलाए जाने से अनभिज्ञता जाहिर की थी। रविवार को द्वारिकापुरी धर्मशाला में दोपहर 2 बजे कार्यकर्ता सम्मेलन बुलाया गया था। उम्मीद से काफी कम कार्यकर्ता सम्मेलन में पहुंचे थे। इससे आयोजकों की पूरी योजना पर पानी फिर गया। कार्यकर्ताओं के हंगामा करने से हालात बेकाबू हो गए। कार्यकर्ताओं द्वारा संगठन मंत्री के खिलाफ अपशब्द कहे जाने से मारू विरोधियों का दांव ही उल्टा पड़ गया। एक कार्यकर्ता ने तो संगठन मंत्री पर चप्पल तक फेंक मारी। नेताओं का स्पष्ट आरोप था कि सर्वे में कहीं से कहीं तक मारू का नाम नहीं था। फिर भी मारू को टिकट दिया गया। उनका कहना था कि पार्टी नेतृत्व कहीं भी गलत नहीं है। यहां से जानकारी ही गलत भेजी गई है। जिला संगठन हमारी पीड़ा मुख्यमंत्री, प्रदेश अध्यक्ष और अमित शाह में पहुंचाएं।

चावला ने कहा पार्टी ने लिया आत्मघाती निर्णय
सम्मेलन को संबोधित करते हुए विधायक कैलाश चावला ने कहा कि हम बागी नहीं है। न ही बगावत करेंगे। जिसे पार्टी ने मनासा से टिकट दिया है यह संगठन के लिए आत्मघाती निर्णय है। इससे पार्टी को नुकसान होगा। जिन्होंने पार्टी की पीठ में छुर्रा घोपने का काम किया पार्टी ने उन्हें ही टिकट देकर उपकृत किया है। जिसका पिछले दिनों एक ऑडियो वायरल हुआ। इसमें उनसे प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, पार्टी, हिन्दुत्व को गाली दी ऐसे व्यक्ति को पार्टी ने टिकट दिया। पार्टी को ऐसे व्यक्ति को टिकट देने की क्या मजबूरी आ गई थी जिलाध्यक्ष को यह बताना चाहिए। टिकट फाइनल करने से पहले संगठन को स्थानीय नेताओं से राय लेना चाहिए थी। अब जिसने पार्टी को गाली दी। कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट की उसके पक्ष में हम कैसे प्रचार करें। यह संगठन को बताना होगा। जिस व्यक्ति को पार्टी ने मनासा से टिकट दिया उसके पास तो पार्टी की सदस्यता भी नहीं है। मैं जिलाध्यक्ष हेमंत हरित से कहता हूं कि यदि वे यह मानते हैं कि मनासा से गलत टिकट दिया गया है तो वे अपने पद से तत्काल इस्तीफा दे दें। उम्मीदवार बदला जाना चाहिए। जिलाध्यक्ष हेमंत हरित ने कहा कि कार्यकर्ताओं की भावनाओं से संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारियों को अवगत कराया जाएगा। कार्यकर्ताओं की भावनाओं को उचित मंच पर रखूंगा। मिशन 2018 को ध्यान में रखते हुए सभी संगठनहित में कार्य करें। सम्मेलन को मंडी अध्यक्ष बंशीलाल गुर्जर, नगर परिषद अध्यक्ष यशवंत सोनी, जिला भाजपा उपाध्यक्ष पुष्कर झंवर, जिला महामंत्री बंशीलाल राठौर, मनासा के पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष दिनेश व्यास, पूर्व मंडल अध्यक्ष राजेश लढ़ा, वीरेंद्र पाटवा, तरूण पटवा आदि ने भी संबोधित किया।

कार्यकर्ता बोले मारू को टिकट मिलना सही
कार्यकर्ता सम्मेलन से पूर्व सम्मेलन में आए कार्यकर्ताओं से भाजपा प्रत्याशी माधव मारू के विरोध में बुलाएं गए सम्मेलन को लेकर चर्चा की गई। इस पर कार्यकर्ताओं ने बेबाकी से अपनी राय रखी। गांव सुंडी के आए बुजुर्ग कार्यकर्ता गंगाराम गरासिया ने कहा कि हमें तो मालूम ही नहीं है कि आज का सम्मेलन माधव मारू के विरोध में आयोजित किया जा रहा है। हमें तो बताया गया कि भाजपा की बैठक है। हमें माधव मारू पसंद है। हम वोट माधव मारू को ही देंगे। ग्राम नया मालाहेड़ा निवासी ओमप्रकाश पाटीदार ने कहा कि संगठन ने पहली बार अच्छा कार्य किया है। माधव मारू के विधायक बनने पर हम जैसे छोटे कार्यकर्ता सीधे विधायक से मिल सकेंगे। बीच के बिचोलियों का सहारा नहीं लेना पड़ेगा। ग्राम कंजाडऱ्ा के पंकज सोलंकी ने बताया कि मारू को टिकट मिलने से वे नेता नाराज है जिनकी दुकान बंद होने वाली है। मारू विधायक बनते हैं तो कार्यकर्ता सीधे उनके सम्पर्क में रहेगा। नगर परिषद मनासा के उपाध्यक्ष जीतू जागीरदार ने कहा कि माधव मारू को टिकट देकर संगठन से पहली बार सही निर्णय लिया है। मारू के विधायक बनने के बाद कार्यकर्ताओं के काम आसानी से होने लगेंगे। हम भी सम्मेलन में आए थे। हमें धक्के मारकर बाहर निकाला गया। ग्राम आमद पठार निवासी राजू दायमा ने अवश्य कहा कि माधव मारू को टिकट दिए जाने से मैं नाराज हूं। संगठन ने विधानसभा चुनाव के लिए मुझसे जो 2 हजार रुपए की आर्थिक सहायता ली है उसे लौटाया जाए।

दावेदार भी उतर सकते हैं मैदान में
कार्यकर्ता सम्मेलन में नेताओं ने खुलकर माधव मारू का विरोध तो किया ही साथ ही इस बात के संकेत भी दिए कि पार्टी से बगावत करते हुए मैदान में उतर सकते हैं। पार्टी ने यदि 8 नवंबर तक मनासा सीट पर कोई बदलाव नहीं होता है तो 9 नवंबर को बड़ा निर्णय लिया जा सकता है। जिला पंचायत सदस्य दिनेश परिहार ने कहा कि जब मैंने चुनाव लड़ा था तब माधव मारू ने कांग्रेस प्रत्याशी के कंधे पर हाथ रखकर उसके पक्ष में प्रचार किया था। अब मैं कैसे अपने समर्थकों से यह कहूं कि जिसने मेरे खिलाफ प्रचार किया उसको जिताने में आप पूरा सहयोग करें। यह काम मैं कैसे करूं संगठन के पदाधिकारी मेरा मार्गदर्शन करें।

जिलाध्यक्ष से इस्तीफा मांगना दुर्भाग्यपूर्ण
मनासा विधायक ने यदि मेरी दावेदारी घोषित होने पर जिलाध्यक्ष से इस्तीफा मांगा है तो यह दुर्भाग्यपूर्ण है। विधायक और जिलाध्यक्ष की उपस्थिति में यदि संगठन मंत्री पर चप्पल फेंकी गई यह शर्मनाक है। यदि भाजपा कार्यकर्ता ने ऐसी हरकत की है तो इसके लिए उसे दंड मिलना चाहिए। जिन्होंने संगठन मंत्री को अपशब्द कहे वो आसामाजिक तत्व भी हो सकते हैं। मेरा करने का आशय यह नहीं कि पार्टी में असामाजिक तत्व है। असामाजिक तत्व किसी भी भीड़ का हिस्सा हो सकते हैं। सम्मेलन में संगठन के गिनती के 30-40 लोग ही थे जो बाहर से आए थे। सम्मेलन में कार्यकर्ताओं से गलत तरीके से भी मेरे खिलाफ हस्ताक्षर कराए गए है। सच्चाई सामने आने पर वे वहां से चले गए थे। मेरा नाम सर्वे में था या नहीं यह किसी को कैसे पता चल सकता है जब सर्वे गोपनीय रूप से होता है। भाजपा का कार्यकर्ता मेरे विरोध में नहीं है। मैं भोपाल गया था वहां मुख्यमंत्री सहित अन्य वरिष्ठ नेताओं से मिला था। उन्होंने बताया कि चार-पांच लोग विरोध कर रहे हैं। चिंता मत करो। संगठन इसे देखेगा। मैं सर्वाधिक मतों से जीतूंगा यह विश्वास दिलाकर आया हूं। विधायक का यह कहना कि मैं भाजपा का सदस्य नहीं हूं गलत है। विधायक को तो यह पता नहीं होता कि कौन सदस्य है या नहीं। मैं 8 नवंबर को नामांकन पत्र दाखिल करूंगा। जैसा कार्यकर्ता चाहेंगे उस अनुसार नामांकन पत्र दाखिल करने जाऊंगा।
– माधव मारू, भाजपा प्रत्याशी मनासा

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