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ऐसा क्या हुआ कि भाजपा नेताओं के खिलाफ दिखे बगावती तेवर

locationनीमचPublished: Nov 04, 2018 12:51:49 pm

Submitted by:

harinath dwivedi

8 नंवबर को अब क्या होगा जानने के लिए यहां पढ़ें पूरी खबर

नीमच. अब ऐसा कुछ नया होने वाला है जिससे जिले की भाजपा राजनीति में भूचाल आ जाएगा। ऐसा एक नहीं दो विधानसभा सीटों पर देखने को मिलेगा। इतना ही नहीं भाजपा के दावेदारों ने ताल ठोक दी है। अब यदि उच्चस्तर पर कोई ठोस निर्णय नहीं लिया जाता है तो इसका खामियाजा भुगतान तह माना जा रहा है।

मारू के खिलाफ लामबंद होंगे हजारों कार्यकर्ता
भाजपा प्रत्याशियों की घोषणा के साथ जहां एक ओर कार्यकर्ताओं में हर्ष है वहीं दूसरी ओर संगठन का एक वर्ग आक्रोशित है। विरोध करने वालों का भी वाजिब तर्क है कि जिस व्यक्ति ने संगठन को सदैव अपशब्द कहे। लगातार संगठन के खिलाफ बगावती तेवर दिखाए। यहां तक कि विधानसभा चुनाव में भाजपा के खिलाफ मैदान में उतरे। अब अचानक संगठन उसपर मेहरबान हो गया। उसके समर्थन में कैसे प्रचार कर सकते हैं। यही कारण है कि भाजपा का एक धड़ा माधव मारू के विरोध में खड़ा हो गया है। विरोध स्वरूप ही मनासा भाजपा कार्यालय पर ताला जड़ा गया। आक्रोश इतना बढ़ कि विरोध में रविवार को दोपहर 2 बजे द्वारिकापुरी धर्मशाला में कार्यकर्ताओं को सम्मेलन तक बुला लिया गया। चौकाने वाली बात यह है कि इस बारे में भाजपा के जिला पदाधिकारियों तक को जानकारी नहीं है। सम्मेलन में करीब 4 से 5 हजार कार्यकर्ताओं की भीड़ जुटाने का लक्ष्य रखा गया है। कार्यकर्ता सम्मेलन को लेकर जिला पदाधिकारियों एवं स्थानीय नेताओं के स्वर अलग अलग हैं। स्थानीय नेता सम्मेलन की जानकारी जिला पदाधिकारियों तक पहुंचाने की बात कर रहे हैं, वही दूसरी ओर जिला पदाधिकारी सम्मेलन होने की जानकारी से ही स्वयं का अनजाने बता रहे हैं। तर्क भी अजीब सा दिया जा रहा है कि हमें सोशल मिडिया से इस बारे जानकारी मिल रही हैं।

जीत में बाधक बन सकते हैं विरोधी
संगठन में ही भाजपा प्रत्याशियों का विरोध होने से जीत आसान होती नहीं दिख रही है। बगावती तेवरों को शांत करने के लिए अब तक कोई पहल होती तो नजर नहीं आ रही है। इस बारे में जानकार बता रहे हैं कि पहले संगठन स्तर तक पूरी जानकारी पहुंचाई जा रही है। संगठन के जिन नेताओं ने प्रत्याशियों का विरोध किया है उनकी पूरी सूची तैयार की जा रही है। प्रयास किए जा रहे हैं कि वरिष्ठ पदाधिकारियों के माध्यम से सामंजस्य बैठाया जाए। इसमें सफलता नहीं मिलती है तो प्रदेश स्तर पर इसकी जानकारी भेजी जाएगी। बगावती तेवर देखते हुए प्रत्याशी भी अपने स्तर पर प्रयास करने में जुट तो गए हैं, लेकिन जानकार बता रहे हैं कि लोहा अभी गर्म है इसलिए सीधे किसी भी विरोधी से सम्पर्क नहीं साधा जा रहा है।

8 नवंबर तक करेंगे इंतजार
इसी प्रकार जावद में भी ओमप्रकाश सखलेचा के खिलाफ संगठन के एक बड़े धड़े ने खुलकर विरोध प्रकट किया। यहां तक जिला भाजपा कार्यालय पर भी जोरदार हंगामा किया। सबका एक ही कहना था कि जावद से किसी को भी टिकट दे दें, लेकिन ओमप्रकाश सखलेचा को नहीं मिलना चाहिए। सखलेचा की दावेदारी को लेकर विरोधी इतने आक्रोशित हैं कि 8 नवंबर तक संगठन स्तर पर ठोस निर्णय नहीं लिया जाता है तो संगठन से बगावत भी कर सकते हैं। जावद जनपद पंचायत अध्यक्ष पति पूरनमल अहीर ने तो इसके संकेत भी दे दिए हैं।

जिला पदाधिकारियों को दे दी है जानकारी
पार्टी के निर्णय अनुसार ही कार्यकर्ता सम्मलेन बुलाया गया है। सम्मलेन में कार्यकर्ताओं की राय ली जाएगी। यदि कार्यकर्ता सहमत होंगे तो सभी मिलकर कार्य करेंगे। असहमत हुए तो सम्मेलन में जो भी निर्णय होगा उस अनुसार कार्य करेंगे। सम्मलेन की जानकारी जिला संगठन को है। संगठन प्रभारी अशोक यादव के आने की संभावना भी है। सम्मेलन में करीब 4 से 5 हजार कार्यकर्ताओं के आने की संभावना हैं।
– सुनील यजुर्वेदी, विधानसभा प्रभारी मनासा

मेरी जानकारी में नहीं है
मनासा में होने वाले कार्यकर्ता सम्मेलन को लेकर मुझे कोई जानकारी नहीं हैं। मुझे सोशल मीडिया के माध्यम से कार्यकर्ता सम्मेलन की खबर मिली है। पार्टी स्तर पर मुझे कोई जानकारी नहीं है। आपने बताया है तो संज्ञान में लेकर आपको बताता हूं। जावद में ओमप्रकाश सखलेचा के विरोध की जानकारी मिली है। जिला कार्यालय पर भी कार्यकर्ता आए थे। उनकी भावनाओं से संगठन को अवगत कराया जाएगा।
– हेमंत हरित, भाजपा जिला अध्यक्ष नीमच

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