नीमचPublished: Aug 23, 2018 12:44:10 pm
harinath dwivedi
मुख्यमंत्री जलआवर्धन योजना पूरी होने में लग रहा समयअब तक नहीं हो पाए हैं घरों में कनेक्शन
2012 में स्वीकृत हुई थी करीब 33 करोड़ की पेयजल योजना
नीमच. मुख्यमंत्री पेयजल आवर्धन योजना की गति कछुआ चाल से भी धीमी है। अब तक योजना पूर्ण होकर लोगों को प्रतिदिन जलापूर्ति प्रारंभ तक हो जाना चाहिए थी। आश्चर्य कि वर्ष 2012 में स्वीकृत हुई यह योजना छह साल बाद भी पूर्णता का इंतजार कर रही है।
देरी का भुगतना पड़ा जनता को खामियाजा
पिछले परिषद के कार्यकाल में शासन ने 33 करोड़ की पेयजल योजना मंजूर की थी। चूंकि नगरपालिका अध्यक्ष कांग्रेस की थी इसलिए शासन की ओर से राशि देने में ढिलाई बरती गई। राजनीतिक स्वार्थ के चलते भले ऐसा किया गया हो लेकिन इसका खामियाजा तो आम जनता को भुगतना पड़ा। इन 8 सालों में शहर की जनता को पेयजल के लिए काफी परेशानी उठानी पड़ी। नगरपालिका परिषद में सत्ता परिवर्तन के बाद शासन स्तर पर भी तेजी दिखाई दी। राशि का भुगतान जल्दी जल्दी होने लगा। योजना ने गति पकड़ी लेकिन पिछले सालों में जो सुस्ती दिखाई गईथी इसकी भरपाई आज तक नहीं हो सकी।
मुख्य लाइन डलने के बाद वितरण में विलंब
पिछले एक साल में हर्कियाखाल से फिल्टर प्लॉट और फिर फिल्टर प्लॉट से शहर की पेयजल टंकियों तक पाइप लाइन बिछाने के लिए काफी संबंधित कम्पनी को काफी मशक्कत करना पड़ी। सबसे बड़ी बाधा रेलवे लाइन के नीचे से निकलने वाली पाइप लाइन डालने में आई। इसके लिए अनुमति लेने से लेकर पाइप लाइन बिछाने में महीनों गुजर गए। शासन और प्रशासन की ओर से कोई मदद नहीं मिली। कम्पनी ने ही अपने स्तर पर मामला को सुलझाया। जैसे तैसे फिल्टर प्लॉट तक लाइन डली फिर वहां से टंकियों तक। लेकिन अब पेंच फंसा है कॉलोनियों में घर घर कनेक्शन देने का। 40 वार्ड हैं। दो वार्ड सीआरपीएफ परिसर के छोड़ दिए जाएं तो 38 वार्डों में नल कलेक्शन देना है। जिस गति से कार्य चल रहा है इसे देखते हुए तो उम्मीद नहीं है कि इस साल लोगों को प्रतिदिन पानी मिल सकेगा।
नपा को पहुंचाया जा रहा आर्थिक नुकसान
नगरपालिका प्रशासन की व्यवस्था का एक ओर नमूना शिक्षक कॉलोनी में देखने को मिला। यहां नई पेयजल पाइप लाइन तो डाल दी गई, लेकिन अबतक उनसे घरों में कनेक्शन नहीं किए गए। एक गली में कनेक्शन दिए भी गए हैं तो मुख्य लाइन से कनेक्शन जोड़कर पाइप खुला ही छोड़ दिया गया है। पिछले करीब दो महीने से पाइल ऐसे ही खुले पड़े हैं। कनेक्शन दिए ही जाने हैं तो व्यवस्थित अडर ग्राउंड दिए जाने चाहिए इस तरह आधा अधूरा कार्यकर नपा को ही आर्थिक नुकसान पहुंचाया जा रहा है। जब भी कनेक्शन जोड़ा जाएगा फिर से मजदूर लगाकर वहां खुदाई कराना पड़ेगी।
अक्टूबर तक हो जाएगा कार्य पूर्ण
मुख्यमंत्री पेयजल आवर्धन योजना के तहत घरों में कनेक्शन देने का कार्य चल रहा है। आगामी दो-तीन माह में सम्पूर्ण शहर में नवीन पेयजल पाइप लाइन से कनेक्शन दे दिए जाएंगे। जिन क्षेत्रों में खुले में लाइन डाली गई वहां कर्मचारी भेजकर ठीक कराएंगे।
– संजेश गुप्ता, सीएमओ नगरपालिका परिषद