script-जिला चिकित्सालय पहुंचने वाले मरीजों को सता रहा दुर्घटना का भय | neemach news | Patrika News

-जिला चिकित्सालय पहुंचने वाले मरीजों को सता रहा दुर्घटना का भय

locationनीमचPublished: Oct 06, 2018 09:45:16 am

Submitted by:

harinath dwivedi

पथरीली हुई मरीजों की राह, सफेद गिट्टी से बचना हुआ मुश्किलसड़क निर्माण से पहले डाली सफेद गिट्टी बनी मुसीबत का कारण

patrika

-जिला चिकित्सालय पहुंचने वाले मरीजों को सता रहा दुर्घटना का भय

नीमच. अगर आप जिला चिकित्सालय जा रहे हैं तो थोड़ा बचकर जाना, क्योंकि इन दिनों चिकित्सालय के बाहर सड़क पर पड़ी गिट्टी वाहनों की आवाजाही से उछटने के कारण हादसे का कारण बन रही है। वहीं सड़क की साईड़ों में डाली गई गिट्टी बीच सड़क तक आने के कारण दो पहिया वाहन चालकों को हरदम गिरने का भय बना रहता है। लेकिन इस ओर जिम्मेदारों का ध्यान नहीं है। जबकि इस मार्ग से दिन रात उड़ती धूल के कारण मरीजों तक को सांस लेने में दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।
बतादें की वर्तमान में जहां जिला चिकित्सालय पहुंचने वाले सभी मार्ग जर्जर हो चुके हैं। वहीं दूसरी और फ्रूट मार्केट चौराहे से जिला चिकित्सालय मार्ग पर चल रहे सड़क निर्माण के लिए पुरानी सड़क की दोनों साईड़ों को खोदकर डाली गई सफेद गिट्टियां पूरी सड़क पर फैल चुकी है। ऐसे में जिला चिकित्सालय और ट्रामा सेंटर के बीच सड़क पर गिट्टियों का अंबार लग चुका है। बीच सड़क तक फैली गिट्टियों के कारण जहां पैदल चलने वाले राहगीरों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। वहीं दूसरी और दो पहिया से लेकर चार पहिया वाहन चालकों तक को काफी परेशानी हो रही है।
प्रतिदिन आते हैं सैंकड़ों मरीज
प्रतिदिन जिला चिकित्सालय में 500 से 600 मरीज उपचार कराने के जिलेभर से पहुंचते हैं। वहीं करीब 250 से अधिक मरीज भर्ती रहते हैं। ऐसे में इन मरीजों से मिलने पहुंचने वाले परिजन व रिश्तेदार भी मिलाकर करीब ५०० से १००० लोग प्रतिदिन आते हैं। इस प्रकार प्रतिदिन जिला चिकित्सालय में करीब एक से दो हजार लोगों की आवाजाही रहती है। जिसमें से अधिकतर दो पहिया वाहनों से आते हैं। तो कुछ पैदल भी जिला चिकित्सालय पहुंचते हैं। चूकि जिस मार्ग से मरीजों व उनके परिजनों को जिला चिकित्सालय या ट्रामा सेंटर में पहुंचना है। वहीं बीच सड़क व सड़क की दोनों साईड़ों में सफेद गिट्टी फैली होने के कारण जहां पैदल चलने वाले लोगों को वाहनों के कारण गिट्टियां उछटने से घायल होने का भय बना रहता है। वहीं दूसरी और दो पहिया वाहन चालकों को इस सड़क से गुजरने के कारण फिसल कर गिरने का भय बना रहता है। हालांकि इस सड़क का निर्माण होने के बाद लोगों को काफी राहत महसूस होगी। लेकिन वर्तमान में यह राह मरीजों के लिए दुर्घटना का कारण बन रही है।
अन्य रास्ते भी हुए जर्जर
वर्तमान में मुख्य मार्गों से जिला चिकित्सालय पहुंचने वाले सभी मार्ग जर्जर हो चुके हैं। गायत्री मंदिर रोड से क्रमांक दो मैदान के समीप से जाने वाला रास्ता खुद अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है। वहीं दूसरी ओर सब्जी मंडी केे समीप से आने वाला मार्ग भी अभी तक बनने का नाम नहीं ले रहा है। ऐसे में किसी भी मार्ग से चिकित्सालय आने वाले मरीजों को अब अपना उपचार कराना किसी चुनौती से कम नहीं लग रहा है।
वर्जन.
अगर ऐसा है तो हम शीघ्र ही संबंधित एजेंसी को बोलकर सड़क के साईड़ में डाली गई गिट्टी को दबवाने के लिए कहेंगे। ताकि फिर गिट्टी उछटने की समस्या नहीं आए।
-संजेश गुप्ता, सीएमओ, नगरपालिका, नीमच
————-

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो