शहर में 6 1.8 0 करोड़ की लागत से 240 किमी सीवरेज लाइन का काम भी करीब पूरा हो गया है। जिसके लिए करीब चार हजार चेम्बर बने हैं। शहर के करीब 25 हजार मकानों से निकलने वाला गंदा पानी सीवरेज प्लांट में पहुंचाया जाएगा। इसके लिए शहर को दो जोन में बांटा गया है। हर घर के लिए 4 से 5 इंच मोटा और 25 फीट लंबा पाइप लगाया जा रहा है। पानी की निकासी के लिए सप्लाई लाइन डल गई है। बस प्लांट के तैयार होने के साथ इन्हें चेम्बर से जोड़ा जाना है। पाइप लाइन मुख्य सीवरेज लाइन से जोडऩे के लिए 8 0 किमी लंबी डीडब्ल्यूसी पाइप लाइन डाली गई है। सीवरेज के बीच में संपवेल और लिफ्टिंग व्यवस्था की गई है।
प्रति व्यक्ति 108 लीटर गंदा पानी रोज होगा फिल्टर शहर की करीब 1 लाख 30 हजार की आबादी में सीवरेज प्लांट अगले 30 साल में शहर की आबादी 2.10 लाख के अनुमान को देखते हुए बनाए जा रहे हैं। प्लांट में रोज हर घर से प्रति व्यक्ति करीब 108 लीटर गंदा पानी पहुंचेगा। सीवरेज के ट्रीटमेंट प्लांट में पानी फिल्टर होने के बाद इसका उपयोग सिंचाई के साथ बाग-बगीचों में किया जाएगा। नपा इस पानी को नीलाम करके भी आय बढ़ाएगी।
दो माह में शुरू हो जाएगा ट्रीटमेंट प्लांट शहर के लिए बड़ी सौगात है, सीहोर के बाद यहां पर यह सुविधा शुरू होगी। जिससे सीवरेज के पानी को ट्रीटमेंट कर कृषि उपयोगी बनाया जाएगा। पौने छह लाख की लागत से मुक्तिधाम के पास ट्रीटमेंट प्लांट तैयार हो रहा है। एक माह में बनकर तैयार हो जाएगा। वहीं अगले माह से ही गुजरात से मशीनरी आना शुरू हो जाएगी। शहर में सिवरेज लाइन भूमिगत बिछ चुकी है। करीब चार हजार चेम्बर लगे हैं। एसटीपी प्लांट बनने के साथ ही चेम्बर को घर के बाथरूम से जोड़ दिया जाएगा। यह कार्य 15 दिन में शुरू हो जाएगा। लोगों से अपील है कि पॉलिथीन का उपयोग न करें। यह सीवरेज लाइन में समस्या खड़ी कर सकती है।
– संजेश गुप्ता, सीएमओ नगरपालिका नीमच।