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तीन रुपए किलो प्याज के दाम लगने पर किसानों का फूटा आक्रोश

locationनीमचPublished: Nov 18, 2018 12:07:21 pm

Submitted by:

harinath dwivedi

– मंडी गेट पर ताले लगाकर की नीलामी बंद, पुलिस ने मौके पर पहुंचकर की समझाइश

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तीन रुपए किलो प्याज के दाम लगने पर किसानों का फूटा आक्रोश

नीमच। नीमच कृषि उपज मंडी में इन दिनों प्याज की बम्पर आवक हो रही है, आचार संहिता के चलते भावांतर योजना खत्म होने के बाद शनिवार को किसानों के प्याज के दाम तीन रुपए किलों लगने पर किसानों का आक्रोश फूट पड़ा। उन्होंने मंडी समिति कर्मचारियों को चैनल गेट में मंद कर नीलामी को रोक दिया। इस दौरान मंड़ी अधिकारी ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामले में समझाइश की। एक घंटे के बाद नीलामी शुरू हुई।
पलसोड़ा गांव के कृषक बसंतीलाल पाटीदार ने बताया कि मंडी में कोई व्यवस्था नहीं है। कल से कतार में लगे है, आज नंबर आया है। उसके बाद भी प्याज के दाम तीन रुपए किलो लगाए जा रहें हैं।वहीं माल अगर बाहर लेकर जाना चाहे तो वाहन को माल भरने के लिए अंदर नहीं आने दिया जा रहा है। एक किसान खून-पसीना बहाकर फसल बोता है। उसे कचरे के दाम मिल रहें है। उन्होंने बताया कि उनके एक बीघा जमीन पर प्याज की फसल हुई है। १५ बोरी प्याज लेकर मंडी में बेचने आए हैं। एक बीघा में तीस बोरी प्याज निकलता है। जिनकी कीमत ३६ हजार रुपए मिल रही है। जबकि इस फसल को चार माह में मेहनत के बाद किसान पाता है। जिसमें दस हजार का बीज, दस हजार की मजदूरी और पांच हजार का खाद तथा यहां पर लाने का भाड़ा पांच हजार खर्च होता है। करीब तीस हजार रुपए खर्च हो जाते है। उसके बाद किसान के पास चार महिने की मेहनत की कीमत छह हजार रुपए मिल रही है। किस प्रकार संतोष से गुजर-बसर होगा। जबकि सरकार ने न्यूनतम दर आठ रुपए किलो प्याज की तय कर रखी है। इसके चलते किसानों के असंतोष हुआ और उन्होंने नीलामी का विरोध कर बंद करवा दी।

एक घंटे बाद नीलामी शुरू करवा दी गई थी

मंडी में प्याज की आवक अधिक है। शनिवार को करीब ६ हजार बोरी की आवक है, रही है। जिसकी कीमत 200 से 1200 रुपए प्रति किलो रही है। जबकि लहसुन की आवक 14 हजार बोरी रही है, जिसकी कीमत 200 से 3250 रुपए प्रति किलो रही है। प्याज के दाम कल तक 800 रुपए प्रतिकिलों थे। अचानक मंडी मे आवक अधिक होने से व्यापारियों ने नीलामी में मूल्य कम कर दिया। क्योकि उनका आगे माल नहीं बिक रहा है। मूल्य को लेकर किसानों ने विरोध किया था। जिनकी समझाइश कर दी गई है। जिसको माल का मूल्य मिल रहा है, वह बेचे अन्यथा ले जाए। मंडी समिति किसी पर फोर्स नहीं कर सकती है। भावांतर के चलते सरकार ने पूर्व में आठ रुपए किलो प्याज की दर तय की थी। अब चुनाव में आचार संहिता के बाद सभी पर पाबंदी है।
– दिनेश कुमार जैन, निरीक्षक, कृषि उपज मंडी नीमच।

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