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डिफाल्टर की हुई कर्ज माफी में मौज, ईमानदार कर रहे अफसोस

-कर्जमाफी के जमा हुए 70 हजार 753 फार्म, पोर्टल पर दर्ज हुए 45858-5 फरवरी तक जमा होंगे कर्ज माफी के आवेदन

नीमचJan 29, 2019 / 08:01 pm

Mahendra Upadhyay

डिफाल्टर की हुई कर्ज माफी में मौज, ईमानदार कर रहे अफसोस

नीमच. प्रदेश सरकार द्वारा की जा रही २ लाख रुपए तक की कर्ज माफी में उन किसानों की मौज हो गई है। जिन्होंने समय से आज तक कर्जा नहीं चुकाया, लेकिन वे किसान अपने आप को ठगा सा महसूस कर हैं। जो सालों से नियमित निर्धारित तिथि तक कर्जा चुकाते आ रहे हैं। जिससे साफ पता चल रहा है कि सरकार द्वारा की गई कर्ज माफी से डिफाल्टरों के वारे न्यारे हो गए हैं। वहीं ईमानदार कर्जदार हाथ मलते रह गए।

31 मार्च 2018 तक जमा नहीं करने वाले किसानों को लाभ
मुख्यमंत्री फसल ऋण माफी योजना के तहत उन किसानों का 2 लाख रुपए तक का कर्जा माफ करने की प्रक्रिया चल रही है। जिन किसानों का 31 मार्च 2018 को ऋण बकाया था। इस अवधि में वही किसान आते हैं। जो समय पर ऋण जमा करने में रूचि नहीं रखते हैं। जिन्हें बैंक व सोसायटी भी डिफाल्टर मानती है। उनका तो सरकार द्वारा कर्ज माफ किया जा रहा है। लेकिन वहीं दूसरी ओर जो किसान नियमित समय पर ऋण जमा कर देते हैं। अंतिम तिथि 31 मार्च तक उनके खाते में ऋण के रूप में जीरो या बहुत कम राशि रहती है। उन किसानों को इस योजना का बिल्कुल लाभ नहीं मिला या फिर चंद रुपए की ही कर्ज माफी हुई है। ऐेसे में ईमानदार किसान अपने आप को ठगा सा महसूस कर रहे हैं।
पोर्टल पर ऑनलाइन दर्ज हुए 46 हजार किसान
जैसे जैसे ऋण माफी के फार्म किसानों द्वारा सूची के आधार पर जमा किए जा रहे हैं। वैसे वैसे उन फार्माे के आधार पर ऑनलाइन फिडिंग पोर्टल पर की जा रही है। वैसे तो जिले में 90490 किसान कर्ज माफी के दायरे में आ रहे हैं। लेकिन सोमवार सुबह तक करीब 70753 किसानों द्वारा ही फार्म जमा किए गए थे। वहीं दोपहर २ बजे तक करीब 45858 किसानों की ही पोर्टल पर ऑनलाईन एंट्री हो पाई है। हालांकि ऑनलाइन एंट्री का कार्य सतत चल रहा है।
कर्ज माफ हो रहा है तो सबका कर्जा माफ होना चाहिए, जिन किसानों ने ईमानदारी से समय पर कर्जा जमा कर दिया है। ऐसे ईमानदार किसानों को प्रोत्साहन देना चाहिए। उनका भी कर्जा माफ होकर उनके द्वारा जमा की गई राशि लौटाई जानी चाहिए।
-विनोद पाटीदार, बावड़ा,
वैसे तो किसान संघ कर्ज माफी के पक्ष में नहीं है। किसान संघ स्थाई हल चाहता है। जिसके अनुसार किसानों को प्रतिवर्ष वर्ष में एक बार रकबे के आधार पर प्रति बीघा पांच हजार रुपए सीधे किसानों के बैक खाते में देने की मांग करता आ रहा है। ऐसे मेें अगर सरकार ने कर्ज माफी की घोषणा की है। तो सभी किसानों के कर्ज माफ हो, कर्ज माफी में किसी प्रकार का पेंच नहीं फसाते हुए सभी किसानों के २ लाख रुपए तक का कर्ज घोषणा अनुसार माफ किया जाए। इसमें जिन किसानों ने ईमानदरी से समय पर कर्ज जमा कर दिया है। उन्हें जमा की हुई राशि लौटाई जाए।
-निलेश पाटीदार, जिला कोषाध्यक्ष, भारतीय किसान संघ
जिन किसानों द्वारा किसी कारणवश ऋण माफी के फार्म नहीं भरे हैं। वे 5 फरवरी तक फार्म जमा कर सकते हैं। जमा हुए फार्मों की पोर्टल पर ऑनलाइन एंट्री चल रही है। कर्ज माफी की प्रक्रिया शासन के निर्देशानुसार चल रही है।
-एनएस रावत, उपसंचालक कृषि
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