जिले में विद्युत विभाग की हालत यह है कि लंबे समय से हेल्पर पद के लिए नियुक्ती नहीं निकली है। हेल्पर पदोन्नति के बाद सहायक लाइन मेन और लाइनमेन बन गए है। जिस कारण लाइनमेन के पूर्व के अनुसार ६ पद सेंशन थे, लेकिन अभी नियुक्त 27 लाइनमेन है। वहीं हेल्पर के 304 पद स्वीकृत है, लेकिन मात्र ४१ ही पदस्थ है। सहायक लाइनमेन के ९६ पद स्वीकृत है, लेकिन 49 ही पदस्थ है।
कंपनी सूत्रों की माने तो उपभोक्ताओं की एक शिकायत का निराकरण डेढ़ से दो घंटे में करना अनिवार्य है, लेकिन कर्मचारियों की कमी के चलते कईबार लोगों को इससे ज्यादा समय तक बिना बिजली के रहना पड़ता है। ऐसे में ट्रांसफार्मर फेल होने पर यह परेशानी ओर बढ़ जाती है। बिजली व्यवस्था को सुचारू रखने के लिए जोन स्तर बांटा गया है। जहां पर प्रतिदिन 100 से अधिक शिकायतें फ्यूज कॉल, लाइन फाल्ट, सिंगल फेज, शार्ट सर्किट, तार टूटने जैसी शिकायते आती है। इनका निराकरण दो शिफ्ट में तीनों जोन पर किया जाता है। रात 12 से सुबह आठ बजे तक पॉवर हाउस रोड पर शिकायतों का निराकरण किया जाता है।
– जिले में कुल उपभोक्ता 2.25 लाख
– स्वीकृत पदो की संख्या 343
– टेक्रिकल बिजली कर्मचारी 137
– संविदा कर्मचारी 151
– लाइनमेन 27
– सहायक लाइनमेन 49 सुविधा के प्रयास
रिक्त पदों की पूर्ति का मामला कंपनी मुख्यालय के अधिकार क्षेत्र का है। कर्मचारियों की कमी के बावजूद हमने बिजली सप्लाई व्यवस्था का सुचारू संचालन कर रहें हैं। इसके लिए आउटसोर्सिंग कर्मचारियों का सहयोग ले रहें है। हम उपभोक्ताओं की शिकायतों का निराकरण समय पर कर रहें हैं।
– एससी वर्मा, अधीक्षण यंत्री विद्युत वितरण निगम नीमच।