नीमचPublished: Jan 30, 2019 08:27:14 pm
Mahendra Upadhyay
-सीताराम जाजू शासकीय कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय में विधिक साक्षरता शिविर
video गलत हरकत सहन नहीं, बल्कि विरोध करने का साहस रखें
नीमच. यदि आपके माता-पिता आपको कुछ करने या नहीं करने के लिए टोकते हैं। तो तत्काल रिएक्ट करने से पहले कुछ समय सोचें और अगर आप कुछ समय सोचेंगे तो आपको समझ आएगा कि आपके माता-पिता कुछ गलत नहीं कह रहे हंै। किसी भी बात पर तत्काल निर्णय लेने की बजाय धैर्य से काम लें। यह बात जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा शासकीय सीताराम जाजू कन्या महाविद्यालय नीमच में आयोजित विधिक साक्षरता शिविर में एक छात्रा द्वारा पूछे गये प्रश्न के जवाब देते हुए जिला न्यायाधीश हृदेश ने कही।
उन्होंने कहा कि मैं यहा कोई भाषण देने नहीं। बल्कि आपके अभिभावक के रूप में आपसे चर्चा करने आया हूं। उन्होंने कहा कि यदि आपको लगता है कि कोई व्यक्ति, चाहे वह आपका परीचित ही क्यों न हो, आपको गलत तरीके से स्पर्श कर रहा है या आपका पीछा कर रहा है। गलत हरकत कर रहा है। तो इसे इग्नोर ना करे, सहन न करें, बल्कि विरोध करने का साहस रखें और इसकी जानकारी जितनी जल्दी हो सके, अपने परिजन, अपने टीचर को दे तथा आप पुलिस में भी रिपोर्ट करवा सकते हैं।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा आयोजित उक्त शिविर में कॉलेज की छात्राओं को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण नीमच के सचिव जेसी राठौर ने सम्बोधित करते हुए मोटर व्हीकल एक्ट एवं लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम सहित उपयोगी कानूनी जानकारी प्रदान की। अपर जिला न्यायाधीश नवीन पाराशर ने संविधान में उल्लिखित मूल अधिकारों के संबंध में जानकारी देने के साथ ही मूल कर्तव्यों पर विशेष ध्यानाकर्षण करते हुए कहा कि यदि मूल कर्तव्यों का पालन सही तरीके से करेंगे तो अपना भी और राष्ट्र का भी विकास होगा। जिला विधिक सहायता अधिकारी शक्ति रावत द्वारा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा उपलब्ध कराई जाने वाली सेवाओं के संबंध में जानकारी प्रदान की। शिविर में महाविद्यालय की प्राचार्य मीना हरित, प्राध्यापकगण सहित बड़ी संख्या में छात्राएं सम्मिलित हुई। शिविर के दौरान छात्राओं द्वारा पूछे गए प्रश्नों का समाधानपूर्ण जावब भी न्यायाधीषों द्वारा दिया गया।
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