नीमच। प्रदेश सरकार ने अपने राजस्थान मॉडल पर एक मई तक एक हजार गौशालाएं खोलने की तैयारी शुरू कर दी है। वहीं जनता को गौसंरक्षण से जोडऩा तय किया गया है। ऐसा गौशालाओं को आर्थिक मदद करने के लिए जाएगा। अब कोई थी व्यक्ति गाय को गोद ले सकेगा।
सीएम कमलनाथ ने निर्देश भी जारी कर दिए है कि इस पर तैयारी शुरू की जाए और जल्द ही एक हजार प्रदेश में गौशालाएं खुलेगी। जिसके लिए सरकार ने करीब ४५० करोड़ खर्च का बजट बनाया है। नीमच जिले में भी पांच गौशालाएं खुलने की संभावना है। लेवड़ा गौशाला से प्राप्त जानकारी के अनुसार काफी गौशाला दानदाताओं के अनुदान पर ही चल रही थी। ऐसे में आम लोग जिनकी क्षमता एक ट्रॉली या एक ट्रक चारा दान देने की नहीं है या फिर गौ सेवा करने के इच्छुक ऐसे लोग जिनके घर में गाय रखने की जगह नहीं है। एक गाय को एक महीने के लिए गोद लेने वाले सेवक को करीब तीन हजार माह का खर्च पड़ेगा। इसके बाद जो भी गाय दानदाता चुनेगा उस गाय का सारा खर्चा इसी राशि से उठाया जाएगा। गाय के गोद लेने की अवधि खत्म होने से पहले गोद लेने वाले को सूचना दी जाएगी। अगर वह चाहेगा तो गाय के गोद लेने की अवधि बढ़ा सकेगा अन्यथा गाय फिर से किसी और को गोद दे दी जाएगी।
प्रदेश में गौसदनों की स्थिति भी सुधारी जाएगी। जहां गौसदनों पर अतिक्रमण हो रहा है, उनके खिलाफ भी प्रशासन कार्रवाई करेगा। सीएम के आदेश है कि अतिक्रमण को हटाकर विकास के कार्य किए जाए।
प्रदेश में अब जो गौशालाएं खोली जाएगी। उनको सरकारी मदद के साथ जनभागीदारी से भी मदद ली जाएगी। इसके लिए लोगों से प्रस्ताव मांगे जा रहे है। गौ सेवक इच्छुक एक या सौ गायों को खर्च उठा सकेगा। एक गाय का माह का खर्च सरकार निर्धारित कर देगी। उसका खर्च रुपए जमा कराने पर सेवक को रसीद भ्ी दी जाएगी। इच्छुक सेवक समयावधि भी बढा सकेंगे।
– प्रवीण मित्तल, पशु कल्याण अधिकारी नीमच।