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लिमिट से अधिक राशि जमा कराने पर भी लग रहे 59 रुपए

locationनीमचPublished: Feb 01, 2019 07:41:02 pm

Submitted by:

Mahendra Upadhyay

एटीएम से चौथी बार निकासी पर कट रहे 59 रुपएअधिकारियों को शिकायत करने पर नहीं मिल रहा संतुष्टिपूर्ण जवाब

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लिमिट से अधिक राशि जमा कराने पर भी लग रहे 59 रुपए

नीमच. स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआइ) के उपभोक्ता इन दिनों कुछ परेशान दिख रहे हैं। इसकी एक वाजिब वजह भी है। एटीएम से चौथी बार राशि निकालने पर जहां पहले नाममात्र राशि लगती थी अब सीधे 59 रुपए वसूले जा रहे हैं। मजे की बात तो यह है कि किस नियम के तहत यह राशि कट रही है इसका बैंक अधिकारियों के पास भी संतुष्टिपूर्ण उत्तर नहीं है।
118 रुपए कटने पर पता चला माजरा
प्रापर्टी व्यवसाय से जुड़े पंकज शर्मा ने एसबीआइ की अम्बेडकर मार्ग स्थित शाखा पर कुल 49 हजार रुपए जमा कराए थे। राशि जमा कराने पर उसने इसकी इंट्री भी कराई। जब पासबुक देखी तो चौकानी वाली जानकारी मिली। उसके खाते से दो बार 59-59 रुपए कट गए। इस बारे में शाखा प्रबंधक से जानकारी ली तो उन्होंने अनभिज्ञता जाहिर की। शाखा प्रबंधक उन्हें यह नहीं समझा पाए कि किस मद में यह राशि काटी गई है। शर्मा ने बताया कि मुझे यह पता था कि कम से कम 18 से 20 रुपए कटते हैं, लेकिन इतनी बड़ी राशि कटने की जानकारी मुझे नहीं थी। शर्मा ने यह भी बताया कि अब एटीएम से ही राशि जमा कराने का नियम बना दिया गया है। इतना ही नहीं एक बार में पहले 49 हजार ९९९ रुपए तक जमा कराए जा सकते थे। अब यह लिमिट भी कम कर 40 हजार रुपए एक बार में कर दी गई है। इसी कारण मैंने पहले 40 हजार और फिर 9 हजार रुपए जमा कराए। इतनी राशि जमा कराने पर मैंने खाते में से कुल 118 रुपए काट लिए गए। इतना ही नहीं बैंक अधिकारी राशि कटने का कारण तक स्पष्ट नहीं कर पाए इससे और अधिक परेशानी हुई। किसी नियम के तहत राशि कटने की बात भर कही। जानकारी लेने पर यह भी पता चला कि अब चौथी बार एटीएम से राशि निकालने पर भी ५९ रुपए कटने लगे हैं। इस प्रकार एसबीआइ द्वारा उपभोक्ताओं से मनमानी राशि वसूली जा रही है और उपभोक्ता स्वयं का ठगा सा महसूस कर रहा है।
मेरी जानकारी में नहीं है
मेरी जानकारी में नहीं है कि किस आधार पर एसबीआइ की अम्बेडकर
शाखा में चौथी बार राशि जमा कराने पर पेनल्टी काटी गई। हो सकता है कि एक जनवरी से नए नियम लागू हुए हों। मैं इस बारे में जानकारी लेने के बाद भी कुछ कह सकूंगा।
– एसके चतुर्वेदी, लीड बैंक मैनेजर

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