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video मुख्यमंत्री कन्या विवाह में एफडी देने के जगह थमा दिया 48 हजार का पत्र

locationनीमचPublished: Feb 01, 2019 08:14:48 pm

Submitted by:

Mahendra Upadhyay

– सरकार बदलने के बाद बढ़ी सहयोग की राशि, तत्काल नहीं मिला लाभ- मुख्यमंत्री कन्या विवाह की हालत

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video मुख्यमंत्री कन्या विवाह में एफडी देने के जगह थमा दिया 48 हजार का पत्र

नीमच। मुख्यमंत्री कन्या विवाह एवं निकाह योजना का उद्देश्य गरीब, जरूरतमंद और बेसहारा परिवारों की बेटियों, विधवा, तलाकशुदा महिलाओं की शादी के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करना है। वर्ष 2006 में इसे मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के नाम से प्रारंथ किया गया था। लेकिन उसके बाद वर्ष 2015 में इसका नाम बदलकर मुख्यमंत्री कन्या विवाह एवं निकाह योजना कर दिया गया। जहां पूर्व में जरूरत का सामान और 28 हजार की एफडी दंपत्ती को सरकार देती थी। इस बार आई नई कांग्रेस सरकार ने रीति और नीति में बदलाव करते हुए विवाह अनुदान की राशि तो दोगुनी अर्थात 51 हजार रुपए कर दी है, लेकिन राशि की एफडी नवदंपत्ती को हाथोहाथ नहीं सौंपी है। नतीजन उन्हें विभाग की लालफीताशाही में लंबी दूरी तय कर गुजरना होगा। वहीं कॉलेज छात्रों को मिलने वाले प्रतिवर्ष स्मार्टफोन भी इस बार नहीं बंट पाए है। ऐसा लगता है कि सरकार के पास खजाना खाली हो गया है। नीमच में विवाह का आयोजन जनपद के माध्यम से हुआ था।
जनपद कार्यालय पदस्थ ओएस जीएस शर्माने बताया कि गत वर्ष में मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत 28 हजार रुपए स्वीकृत होते थे। जिसमें तीन हजार व्यवस्था पर और पांच हजार विवाह पर खर्च के काटे जाते थे। इस प्रकार कुल 20 हजार की एफडी का चैक विवाह के दौरान उन्हें सौंपा जाता था। इस वर्ष नियमों में बदलाव हुआ है। इस बार सरकार ने अनुदान की राशि दोगुनी कर दी है। जिसके तहत अब राशि 51 हजार रुपए नवदंपत्ती को सौंपी जा रही है। लेकिन इस बार एफडी चैक के स्थान पर स्वीकृति पत्र सौंपा गया है। उसके बाद यह सूची सामाजिलक न्याय विभाग में जाएगी। वहां से कन्या के खाते में राशि डाली जाएगी। सभी के खाते में ४८ हजार की राशि डलेगी। तीन हजार विवाह व्यवस्था खर्च के नाम पर काटा जाएगा। अनुमान है कि तीन से चार दिन में राशि कन्याओं के खाते में जमा हो जाएगी।

तीन-चार दिन में रुपए मिलने का कहा है
नयागांव निवासी भंवरलाल ने बताया कि उनकी बेटी आशा विकलांग है। उनकी नीमच निवासी मोहन से हुई है। वह भी विकलांग है। हम गरीब लोगों है। सरकार की पहल की चलते बेटी की शादी हुई है। घर पर छोटे-मोटे कार्यक्रम में करीब 20 हजार खर्च हुए है। हमारे पास देने के लिए कुछ नहीं है। सरकार ने 48 हजार स्वीकृत किए हैं। लेकिन अभी प्रमाणपत्र ही दिया है। अधिकारियों का कहना है कि खाते में तीन-चार दिन में राशि आ जाएगी। पिछली बार तो चैक हमारे रिश्तेदारी में थमा दिए थे।

छह माह बीते नहीं बंटे फ ोन
शहर में दो बड़े शासकीय कॉलेज है। इसमें स्वामी विवेकानंद शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय और सीताराम जाजू शासकीय कन्या स्नाातकोत्तर महाविद्यालय है। वर्ष 2015 से विद्यार्थियों को स्मार्ट फोन बंटने की योजना शुरू हुई थी। जबकि इस सत्र वर्ष 2017. 18 के मोबाइल अभी तक नहीं बंटे हैं। सीताराम जाजू शासकीय कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय में वर्ष 2015.16 करीबन 700 स्मार्ट फोन बंटे थे। इस सत्र से ही विद्यार्थियों को स्मार्टफोन देने की योजना शुरू हुई थी। वहीं वर्ष 2016 .17 में करीब 720 बंटे थे। इस सत्र 2017.18 में करीबन 6 50 विद्यार्थी हैए अभी तक स्मार्ट फोन नहीं बंटे हैं। वहीं यही हालत स्वामी विवेकानंद शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय का हैए वर्ष 2016 .17 में करीबन 117 स्मार्ट फोन बंटे थे। वहीं इस सत्र 2016 .17 में करीबन 1250 विषार्थी हैए लेकिन अभी तक स्मार्ट फोन बंटने के संबंध में कोई सूचना पत्र प्राप्त नहीं हुआ है।
जल्द ही खाते में पहुंच जाएगी राशि
प्रत्येक वर्ष योजना में बदलाव होता है। इस बार प्रदेश सरकार ने अनुदान की राशि दोगुनी की है और अब 51 हजार का कन्या को अनुदान प्रदान किया जा रहा है। जिसके फिलहाल स्वीकृति पत्र विवाह के दौरान सौंपे है। यह सूची सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग में जाएगी। वहां से राशि स्वीकृत होकर सभी कन्याओं के खाते में भेजी जाएगी। मुश्किल से तीन-चार दिन में राशि खाते में पहुंच जाएगी।
– मारीषा शिंदे, सीईओ जनपद नीमच।
छलावा कर रही है सरकार
भाजपा सरकार के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कन्या विवाह योजना की शुरूआत की थी और गरीब बेटियों का विवाह कराकर उन्हें विवाह के दौरान ही राशि के चैक थमाए थे। हमे तो यही पता था कि अभी भी विवाह के दौरान चैक लिफाफे में वितरित किए गए थे। अगर उनमें राशि का चैक नहीं था तो यह सरकार का छलावा है। सरकार की नीयत साफ नहीं है। वह किसान ऋणमाफी में भी किसानों को ***** बना रही है। पहले दो लाख माफ करने का कहा अब डेढ लाख पर आ गए। लेकिन अभी तक किसानों का ऋण माफ नहीं हुआ है।
– दिलीप सिंह परिहार, विधायक नीमच।

नहीं मिला सूचना पत्र
स्मार्टफ ोन वितरण के संबंध में हमारे पास इस सत्र का कोई सूचना पत्र नहीं आया है। पिछले दो सत्रों में प्रबंधन द्वारा स्मार्टफ ोन का वितरण किया गया था।
– विजय कुमार जैन, प्राचार्य स्वामी विवेकानंद शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय
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