मोहम्मद अकील ने जावद बैंक मैनेजर पर भी लिखित रूप में गंभीर आरोप लगाते हुए बताया कि बैंक मेनेजर द्वारा दो लाख रूपये मांगे गये थे, रूपये देने से मना किया कि मैं पहले ही गरीब हूं व लोन लेकर पुत्री को डॉक्टर बनाना चाहता हूं। रूपये नहीं देने से मेरा लोन स्वीकार नहीं किया। मोहम्मद अकील ने बताया कि इतनी कार्यवाही होने के बाद भी मेरी पुत्री के लिये उच्च शिक्षा ऋण स्वीकार नहीं हुआ है, जिससे मैं कर्ज में डूब गया हूं। छ: लाख जमा करा चुका हूं व तेरह लाख और जमा करना है। इतने रूपये कहां से लाउं। शासन की योजना का फ ायदा नहीं मिला। मैं आर्थिक व मानसिक प्रताडना से पीडित हो गया हूं। इसलिये मैंने कलेक्टर से लेकर मुख्यमंत्री तक गुहार लगाई कि अगर एक माह में मेरा उच्च शिक्षा ऋण स्वीकार नहीं हुआ, तो मैं आत्महत्या कर लूंगा, जिसकी जवाबदारी ब्रांच बैंक, जावद-नीमच-भोपाल की होगी।