जवाहरनगर स्थित आंगनवाड़ी केंद्र 50 में ज्यादा बच्चे का पंजीयन है। यहां २५ बच्चे आ रहे हैं। न तो बिजली की व्यवस्था है और न खाद्य सामग्री रखने के इंतजाम हैं। कक्ष के बाहर बोर्ड तक नहीं लगा है। छोटे से कमरे में व्यवस्था तक नहीं है। आंगनवाड़ी खुलने और बंद होने का कोई समय निर्धारित नहीं है।
जवाहर नगर विस्तार स्थित आंगनबाड़ी संचालिका सरोज का कहना है कि किराये के भवन में यहां पर आंगनबाड़ी चलती है। मानदेय भी निर्धारित है, २५०० रुपए में दो कमरे और अन्य सुविधा नहीं मिल पाती है। वहीं किराया भी समय पर नहीं आता है। पांच माह से किराया अभी नहीं आया है। जिससे मकान मालिक भी खाली करने का दबाव बनाते है। अभी यहां पर दो साल से चल रही है। इससे पूर्व अन्य स्थान पर थी।
जिले में ३१२ आंगनबाड़ी किराये के भवन में चल रही है। यह बात सही है अभी पांच माह से किराये का भुगतान नहीं हुआ है। जिससे काफी दिक्कत आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को आती है। मकान मालिक भी दबाव बनाता है। इन सारी समस्याओं से विभाग के उच्चाधिकारियों को अवगत कराया गया है। लेकिन कुछ अव्यवस्था के कारण देरी हो जाती है।
– रेलम बघेल, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास नीमच।