-किसानों को परेशान देखकर एक घंटे के लिए चली नीलामी-अब सोमवार को खुलेगी कृषि उपज मंडी
नीमच•Feb 17, 2019 / 04:51 pm•
Mahendra Upadhyay
उपज मंडी में पसरा सन्नाटा, लहसुन मंडी में हुई आवक
नीमच. अनाज मंडी में शनिवार को किसी भी उपज का एक भी दाना नजर नहीं आ रहा था, दलहन मंडी से लेकर मसाला, सोयाबीन, गेहूं, मक्का यहां तक की औषधि मंडी तक सन्नाटा पसरा था। ऐसे में किसान और व्यापारी तो दूर की बात मंडी के अंदर श्रमिक तक नजर नहीं आ रहे थे। हालांकि लहसुन मंडी में करीब 1500 बोरी लहसुन की आवक हुई थी। उसे भी पहले तो कोई खरीदने वाला नहीं था, लेकिन किसानों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो, इस कारण शाम को एक घंटे नीलामी की गई।
बतादें की जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुई आंतकवादी घटना का आक्रोश व्यापारियों में भी नजर आया, जिसके चलते व्यापारियों ने शनिवार को नीलामी में भाग नहीं लेने का आवेदन मंडी को सौंप दिया था। चूकि उक्त घटना का आक्रोश किसानों में भी था, इसी के चलते अनाज मंडी में एक भी किसान किसी भी प्रकार की उपज लेकर नहीं पहुंचा था। ऐसे में दूर दूर तक मंडी में सन्नाटा नजर आ रहा था। क्योंकि अधिकतर किसान स्वेच्छा से भी उपज लेकर नहीं आए।
लहसुन मंडी में एक दिन पहले पहुंचे थे किसान
चूकि लहसुन मंडी में अभी भी किसान एक दिन पहले आकर अपनी लहसुन का ढेर कर देते हैं। ताकि दूसरे दिन सुबह समय से नीलामी होने पर वे शाम होने से पहले घर पहुंच जाएं। इसी के चलते लहसुन मंडी में अधिकतर किसान शुक्रवार शाम को ही पहुंच चुके थे। वहीं दूर दराज से आने वाले कुछ किसान शनिवार सुबह भी पहुंचे, जिसके चलते लहसुन मंडी में करीब डेढ़ हजार बोरी लहसुन के ढेर लग चुके थे। वहीं प्याज मंडी में भी एक दो किसान प्याज लेकर आए थे।
लगातार अवकश के कारण एक घंटे चली नीलामी
रविवार को शासकीय अवकाश आने व शनिवार को जम्मू कश्मीर में हुई घटना के विरोध में नीलामी बंद रखने के कारण सीधे दो दिन का अवकाश हो रहा था। ऐसे में लहसुन मंडी में शुक्रवार शाम से आए किसानों को दो रात मंडी में ही गुजारनी पड़ती, इस कारण व्यापारियों द्वारा एक घंटे के लिए लहसुन की नीलामी की गई। ताकि दूर दराज से आए किसान समय से अपने घर जा सकें व उन्हें ठंड में परेशानी का सामना नहीं करना पड़े।
हम शुक्रवार रात को ही मंडी में लहसुन लेकर आ गए थे। हमें जानकारी नहीं थी कि शनिवार को मंडी में अवकाश रहेगा, हम 26 किलोमीटर दूर से आए हैं। यह तो अच्छा है शाम को नीलामी हुई। अन्यथा दो रात मंडी में ही गुजारनी पड़ती।
-रमेश राठौर, किसान, लासुर,
मैं शुक्रवार शाम को करीब 4.30 बजे प्याज लेकर आया था, तब तक मंडी नीलाम पूर्ण हो चुका था, मैंने सोचा की शनिवार को नीलाम होगा, इस कारण रूक गया, लेकिन शनिवार को अवकाश रहा, अब ढेर तो कर दिया है, जब भी नीलामी होगी बेचेंगे।
-कन्हैयालाल पाटीदार, किसान, सुआखेड़ा,
वर्जन.
जम्मू कश्मीर में हुई दु:खद घटना के चलते व्यापारी संघ द्वारा मंडी में नीलामी बंद रखने का आवेदन दिया गया था। शनिवार को उपज मंडी में आवक नहीं रही, लेकिन लहसुन मंडी में कुछ किसान आए थे, जिन्हें किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो, इस कारण व्यापारियों द्वारा निर्णय लेकर शाम करीब ४ बजे नीलामी की गई। रविवार को शासकीय अवकाश है अब सोमवार को मंडी चलेगी।
-भगतसिंह चौहान, मंडी निरीक्षक
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