भाजपा सरकार ने मजदूरों को 200 रुपए प्रति महीना के हिसाब से बिजली देने के लिए सरल (संबल) योजना लागू की थी। इस योजना में सबसे ज्यादा फर्जीवाड़ा हुआ था। अपात्र लोगों ने नगर निगम से मजदूरी कार्ड बनवाकर सरल का लाभ ले लिया था। संबल में जला रहे थे 1 हजार यूनिट तक बिजलीए रुपए दे रहे थे 200। एक-एक हजार यूनिट तक बिजली खपत कर रहे थे। सिर्फ उन्हें 200 रुपए का बिल जारी हो रहा था। सरल को इंदिरा गृह ज्योति योजना में समाहित कर दिया है।
योजना में शामिल करने से पहले विद्युत उपभोक्ताओं का बिल माफ कर दिया गया। लेकिन अब नर्ही योजना में उपभोक्ताओं के पुराने बिलों को माफ नहीं किया जाएगा। उन्हें मार्च से ही योजनाओं का लाभ मिल सकेगा। संबल योजना में बिना किसी वेरीफिकेशन के नामों को जोड़ा गया है। जिसका लाभ बिजली बिलों को माफ कराने में लिया गया है। अभी कंपनी की नजर में ऐसे उपभोक्ता भी है। जिनका नाम संबल योजना में होने के बाद भी बिजली की खपत दो या तीन गुना अधिक है।
100 रुपए में 100 यूनिट बिजली बिल योजना का मार्च से लागू होना है, अभी इसकी मौखिक तौर पर जानकारी है। अभी सर्कुलर नहीं आया है, जल्द ही सर्कुलर आने के बाद स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।
– एससी वर्मा, अधीक्षण यंत्री विद्युत वितरण निगम नीमच।