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टायर फेक्ट्री से फेल रहा है प्रदूषण।

locationनीमचPublished: Feb 21, 2019 08:33:47 pm

Submitted by:

Mahendra Upadhyay

तीखी रुंडी टायर फेक्ट्री बनी रहवासियों के लिए जानलेवा बीमारियों का कारण।-कराडिय़ा महराज के पास रामनगर गांव के तिखी रुंडी एरिया में स्थित टायर फेक्ट्री से फेल रहा है प्रदूषण।

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टायर फेक्ट्री से फेल रहा है प्रदूषण।

नीमच. जिस टायर फेक्ट्री से फैल रहे अत्यधिक प्रदूषण के कारण प्रशासन द्वारा करीब दो माह पूर्व फेक्ट्री को पूर्ण रूप से सील कर दिया था, उसी फेक्ट्री को प्रशासन द्वारा फिर से चालु कर दिया है। ऐसे में फेक्ट्री के आसपास के रहवासी फिर से दूषित वातावरण में जीने को मजबूर हो गए हैं। आश्चर्य की बात तो यह है कि जिस प्रशासन द्वारा नागरिकों को स्वच्छ वातावरण उपलब्ध कराना चाहिए, उन्होंने ही दूषित वातावरण के द्वार खोल दिए है।
जानकारी के अनुसार जीरन तहसील के अंतर्गत आने वाले जीरन से करीब ९ किलोमीटर दूर स्थित रामनगर तीखी रुंडी एरिया में दो वर्ष पूर्व टायर फैक्टी डाली गई थी। लेकिन फेक्ट्री से प्रदूषण होने के कारण आसपास के रहवासियों के लिए फेक्ट्री का बीमारी का घर बन चुकी थी। दिनेश, राम सिंह, नानूराम, श्यामलाल, लालू नाथ का कहना है कि फैक्ट्री से निकलने वाले काले धुएं और प्रदूषण के कारण हमारा जीना दुश्वार हो गया है। फैक्ट्री से निकलने वाले प्रदूषण के कारण आसपास के एरिया में इतना कार्बन फेल गया है। जहां देखों वहां पर कार्बन ही कार्बन प्रदूषण फैला रहा है । घर में खाने के बर्तन, खाने की चीजें कपड़ों में हर जगह काला कार्बन फेल रहा है यहां तक कि सांस लेते हैं तो नाक में, मुंह में, गले में काला काला जम जाता है। जिसके कारण खांस खांस कर हमारी हालत खराब हो रही है। हमारे बच्चे स्कूल जाना पसंद नहीं कर रहे हैं स्कूल में जाते हैं तो वहां पर उनके कपड़ों पर स्कूल के फर्श पर हर जगह काला काला हो रहा है। क्योंकि फैक्ट्री से मात्र 100 मीटर की दूरी पर बच्चों का स्कूल है। जिसके कारण बच्चों के स्वस्थ पर बहुत बुरा असर पड़ा रहा है। बच्चे बहुत परेशान हैं क्योंकि उनको 8 घंटे वही स्कूल में रहना है। आसपास के 4 गांव की हालत बहुत खराब है जिसमें रामनगर, कराडिया महाराज, पीठ ओर तीखी रुंडी के लोगों की हालत बहुत ही खराब हो रही है। गांव के सभी नागरिकों का कहना है कि फैक्ट्री से होने वाले प्रदूषण के कारण हम को सांस लेने में काफी तकलीफ हो रही है फल स्वरूप टीबी, दमा, कैंसर जैसी भयानक बीमारियों के होने की आशंका बढ़ गई हैं।अगर हमारे यहां पर कोई भी कार्यक्रम या उत्सव होता है तो फैक्ट्री के कारण जो कार्बन निकलता है उससे सारा माहौल दूषित हो जाता है और सारा भोजन खराब हो जाता है जिससे यहां तक की आने वाले मेहमान भोजन छोड़कर भी चले जाते हैं। समस्या को लेकर हमने कहीं समय से आवेदन देकर उच्च अधिकारियों को समस्या से अवगत कराया। लेकिन आज तक कोई निराकरण नहीं हो पाया। आसपास के गांव की महिलाएं पारस बाई, पवन बाई, सुगना बाई, मेवा बाई, सुंदर बाई, नारायण कुंवर, चेनी बाई का कहना है कि हम लोग मजदूर हैं मजदूरी करके पेट पालते हैं इस तरह से हमारे स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करना अच्छा नहीं है। हम गरीब लोगों के पास इतना पैसा नहीं है कि हम इतना महंगा इलाज करा सके। इस फैक्ट्री से ज्यादा हमें हमारे बच्चे प्यारे हैं अत: शासन से मांग करते हैं इस फैक्ट्री को तुरंत बंद कर हमारे गांव व आस पास के इलाके को प्रदूषण मुक्त किया जाए।
आसपास के गांव के रहवासियों का कहना है की इस समस्या को लेकर हमने 2 माह पूर्व कलेक्टर को आवेदन दिया था उसके पश्चात उज्जैन प्रदूषण नियंत्रण संस्थान में जाकर इसकी शिकायत करी। जिसके फल स्वरूप प्रदूषण नियंत्रण विभाग द्वारा फैक्ट्री को बंद करने के आदेश दिए गए थे। जिसमें कलेक्टर के आदेश पर एस डी एम के द्वारा कार्यवाही कर फैक्ट्री को बंद कर सील किया गया था। लेकिन 4 दिन पहले पुन:फैक्ट्री को चालू करवा दिया गया है। कलेक्टर के आदेश के अनुसार फैक्ट्री को बंद किया व इसकी बिजली कनेक्शन भी काट दिया गया था। लेकिन बिजली कलेक्शन भी जोड़ दिया गया व फैक्ट्री को फिर से चालु करवा दिया गया है। स्थानीय निवासी माधुनाथ का कहना है कि हमारे साथ अन्याय है हमारे स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। हम शासन से न्याय की मांग करते हैं हमारे साथ न्याय किया जाए । क्षेत्र के पंचायत मेंबर हरि सिंह का कहना है की हमने कलेक्टर, उच्च अधिकारियों को कई बार समस्या से अवगत कराया हम 2 वर्ष से प्रयासरत हैं कि हमें जल्द से जल्द समस्या से निजाद दिलाई जाए।
मेरा बच्चा अभी 6 वर्ष का है और उसको फैक्ट्री से होने वाले प्रदूषण ओर दूषित कार्बन के कारण ब्लड कैंसर जैसी भयानक बीमारी हो गयी है। जिसको मैंने नीमच, उदयपुर, अहमदाबाद तक इलाज करवाने के लिए ले गया। वहींं डॉक्टरों का कहना है की बच्चे को जहरीले प्रदूषण से दूर रखा जाए। यह इसके लिए जानलेवा है अब मैं अपने बच्चे को लेकर कहा जाऊ।और मुझको बोला जाता है कि पैसे ले लो और दूसरे शहर में रहने चले जाओ। जल्द से जल्द फेक्ट्री को बंद कर सभी लोगों को भयानक बीमारी से बचाएं ।
-चैनसिंह राठौर, निवासी कराडिया महाराज
रामनगर समीप तीखीरुंडी व आसपास के गांव के लोग फैक्ट्री के कारण होने वाले प्रदूषण से बहुत परेशान है। सभी के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है फैक्ट्री से होने वाले प्रदूषण के कारण क्षेत्र की जनता भयानक बीमारियों का सामना कर रही है और सबसे बड़ी बात यह है फैक्ट्री से निकलने वाले दूषित मलवा व जहरीला कार्बन जिस नाले में जा रहा है वह नाला हर्कियाखाल डेम जाजू सागर में जाकर में मिल रहा है।और इस डैम का पानी नीमच की जनता के लिए पीने के लिए उपयोग में लिया जा रहा है। इस प्रकार से यह सब के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है शासन को उचित कार्यवाही कर क्षेत्र की जनता के स्वास्थ्य की रक्षा करें अन्यथा हम उग्र आंदोलन करेंगे। हम सीएम तक जाएंगे।
-श्याम गुर्जर, युवा नेता कॉंग्रेस, बरखेड़ा
ग्रामीणों ने शिकायत की थी कलेक्टर को ज्ञापन दिया था कि टायर की फैक्ट्री के दस्तावेज नहीं है ओर इससे प्रदूषण फेल रहा है। जिसकी जांच कर सील कर दिया था लेकिन फेक्ट्री मालिक ने उचित दस्तावेज एस डी एम को जमा करवाए तो एस डी एम के आदेश पर पटवारी जाकर सील खुलवा कर आए।
-मुकेश बामनिया, तहसीलदार, जीरन
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